GST Council Meeting: जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक जारी, टैक्स स्लैब और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म सहित होंगे ये बड़े बदलाव
राजस्थान के जैसलमेर में आज 55वीं GST काउंसिल की बैठक (GST Council meeting) आयोजित की जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता कर रही हैं। इस बार की बैठक को खास माना जा रहा है क्योंकि इसमें GST से संबंधित कई अहम बदलावों पर विचार हो सकता है। सूत्रों के अनुसार जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST दरों में बदलाव का फैसला फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
नवंबर में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता वाली मंत्री समूह (GoM) ने जीवन बीमा प्रीमियम पर GST खत्म करने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम को GST मुक्त बनाने की सिफारिश की थी। हालांकि काउंसिल ने इन सुझावों पर फैसला लेने से फिलहाल परहेज किया है।
GST काउंसिल ने फ्लाई-ऐश से बने 50% से अधिक AAC ब्लॉक्स पर GST दर को 18% से घटाकर 12% करने का निर्णय लिया है। साथ ही फोर्टिफाइड राइस केर्नेल पर GST दर को 18% से घटाकर 5% करने का फैसला लिया गया है। यह निर्णय उद्योगों और आम जनता दोनों के लिए राहत भरा हो सकता है।
पॉपकॉर्न पर GST दरों में बदलाव
काउंसिल ने पैकेज्ड और लेबल लगे पॉपकॉर्न पर 12% GST लगाने का फैसला लिया है यदि उनमें नमक और मसाले हों। प्री-पैकेज्ड न होने पर इन पर केवल 5% GST लगेगा। वहीं कैरेमल जैसे मीठे पॉपकॉर्न को कन्फेक्शनरी श्रेणी में रखा गया है जिस पर 18% GST लागू होगा।
सिन गुड्स पर नया टैक्स स्लैब संभव
बैठक में शराब और तंबाकू जैसे सिन गुड्स पर टैक्स दरों में बढ़ोतरी की संभावना है। वर्तमान में इन वस्तुओं पर 28% GST लागू है। सूत्रों का कहना है कि इन पर 35% का नया टैक्स स्लैब लाने पर विचार किया जा सकता है।
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के लिए राहत की उम्मीद
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जैसे स्विगी और जोमैटो को इस बैठक से बड़ी उम्मीदें हैं। काउंसिल फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर GST दर को 18% से घटाकर 5% करने पर विचार कर सकती है। यदि यह निर्णय लिया गया तो उपभोक्ताओं और इन प्लेटफॉर्म्स दोनों को राहत मिलेगी।
GST ऑनलाइन सेवाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा
बैठक में GST से जुड़ी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ ऑनलाइन पोर्टल को अधिक उपयोगी बनाने पर भी चर्चा हो रही है। इसका उद्देश्य GST प्रक्रियाओं को और सरल बनाना है ताकि व्यापारियों और उद्योगों को बेहतर अनुभव मिल सके।