Haryana New Highway: हरियाणा के इन 3 जिलों की बल्ले-बल्ले, 616 करोड़ की सड़क परियोजना को मिली मंजूरी
New Highway: This new 4 lane highway will pass through these villages of Haryana, people will get huge benefits
New Highway : हरियाणा सरकार ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। 616 करोड़ 01 लाख रुपये की अनुमानित लागत से पलवल, नूंह और गुरुग्राम जिलों को जोड़ने वाले होडल-नूंह-पटौदी-पटौदा मार्ग (Hodal-Nuh-Pataudi-Patoda Road) को 4-लेन फोर लेन में अपग्रेड करने की मंजूरी दी गई है। यह परियोजना होडल-नूंह-तावडू-बिलासपुर मार्ग को 0.00 से 71.00 किलोमीटर तक विस्तारित करेगी।
स्थायी वित्त समिति की बैठक में लिया गया फैसला
हरियाणा के वित्त मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित स्थायी वित्त समिति ‘सी’ की बैठक में इस परियोजना को हरी झंडी दी गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री सैनी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को टेंडर प्रक्रिया में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बोली प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने के लिए बदलाव जरूरी हैं।
यह भी सुझाव दिया गया कि अगर किसी कारणवश सबसे कम बोली लगाने वाला ठेकेदार (एल-1) परियोजना को बीच में छोड़ देता है तो उस स्थिति में अगली सबसे कम बोली लगाने वाले (एल-2) को अनुबंध सौंप दिया जाए। यह कदम परियोजनाओं में देरी को रोकने और समय पर काम पूरा करने के लिए उठाया गया है।
मुख्यमंत्री की घोषणा का हिस्सा
यह परियोजना मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य होडल-नूंह-पटौदी-पटौदा सड़क पर यात्री और मालवाहक वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाना है। इस उन्नयन से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।
चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से बेहतर कनेक्टिविटी
इस परियोजना का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि यह चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। ये राजमार्ग हैं:
दिल्ली-मथुरा-आगरा (एनएच-19)
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (एनई-4)
गुरुग्राम-नूंह-राजस्थान (एनएच-248ए)
दिल्ली-जयपुर (एनएच-48)
बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल परिवहन की लागत में कमी आएगी बल्कि लोगों को यात्रा में समय की बचत भी होगी।
इन गांवों को होगा सीधा फायदा
इस परियोजना से मार्ग पर स्थित कई गांवों को लाभ मिलेगा। प्रमुख गांवों में बिलासपुर, पथरेरी, अडबर, बावला, भजलाका, बिवान, छारोडा, फतेहपुर, गोवारका, गुढ़ी, हुसैनपुर, जयसिंहपुर, झामुवास, कालिंजर, नूरपुर, पल्ला, रायपुरी, सतपुतियाका, सिलखों, सोंख, तेजपुर, उजिना, बहिन, भीमसिका, कोट, मलाई, नांगलजाट, सौंदहद, उत्तावर, शहर-नूंह, होडल, तावडू आदि शामिल हैं।
विकास परियोजनाओं में देरी रोकने पर जोर
मुख्यमंत्री ने टेंडर आवंटन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। इससे विकास परियोजनाओं में अनावश्यक देरी को रोका जा सकेगा।
इस 4-लेन फोर लेन सड़क परियोजना से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और निवेश के लिए नए अवसर भी खुलेंगे। उम्मीद है कि इससे क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।