हरियाणा में सरकारी स्कूलों के लिए बड़ा तोहफा, 50 करोड़ रुपये की लागत से नए साल पर बच्चों को मिलेगी ये फेसलिटी
801 new computer labs in Haryana government schools, purchase of equipment worth Rs 50 crore approved
Haryana Computer Labs: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। नए साल में 801 सरकारी स्कूलों में अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब स्थापित की जाएंगी। इस पहल से बच्चों को आधुनिक तकनीक की जानकारी मिलेगी और उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। इन लैब्स को स्थापित करने के लिए सरकार ने 50 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदने की मंजूरी दी है।
डिजिटल शिक्षा की ओर कदम
राज्य के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा को मजबूत करने के लिए यह योजना लागू की जा रही है। आवश्यक उपकरण, कंप्यूटर, एलसीडी और प्रिंटर स्कूलों में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में छह दिसंबर को आयोजित उच्चाधिकार प्राप्त क्रय समिति (HPPC), विभागीय क्रय समिति (DHPPC) और हाई पावर वर्क्स परचेज कमेटी (HPWPC) की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई।
इस निर्णय के तहत 801 सरकारी स्कूलों में चार प्रकार की आईसीटी लैब्स बनाई जाएंगी। इसके साथ ही राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में “निपुण कार्यक्रम” के अंतर्गत कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए 33 करोड़ रुपये के शिक्षण अधिगम उपकरणों की खरीद भी की जाएगी।
पुरानी लैब्स की मरम्मत की मांग
कंप्यूटर लैब सहायक वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रधान करमजीत संधु ने इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि नई लैब्स की स्थापना से बच्चों को तकनीकी शिक्षा में प्रगति का अवसर मिलेगा। साथ ही उन्होंने सरकार से पहले से संचालित 2,622 कंप्यूटर लैब्स की मरम्मत के लिए भी बजट जारी करने की मांग की है।
गौरतलब है कि 2011 में स्थापित इन कंप्यूटर लैब्स के लिए अब तक कोई बजट आवंटित नहीं किया गया था जिससे उनकी हालत खस्ताहाल हो चुकी है। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार द्वारा उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
टैबलेट का सही उपयोग सुनिश्चित करने की कोशिश
शिक्षा विभाग ने नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ाई के लिए टैबलेट वितरित किए हैं। हालांकि इन टैबलेट्स का दुरुपयोग रोकने के लिए विभाग को कदम उठाने पड़े हैं। विद्यार्थियों द्वारा टैबलेट का लॉक तोड़कर अन्य वेबसाइट्स चलाने की शिकायतें सामने आई हैं।
अब शिक्षा विभाग ऐसे छात्रों की काउंसिलिंग करेगा ताकि वे टैबलेट का सही उपयोग करें। राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे टैबलेट की निगरानी सुनिश्चित करें। शिक्षकों को इसके लिए विशेष रिपोर्ट तैयार करनी होगी और अभिभावकों से संपर्क साधकर घर पर टैबलेट के सही उपयोग के लिए जागरूकता फैलाई जाएगी।