Hisar Airport : हरियाणा के हिसार से जल्द शुरू होंगी घरेलू उड़ानें, एयरपोर्ट लाइसेंस पर अंतिम मोहर लगने की तैयारी
Hisar airport news : हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस (Hisar Airport License) मिलने में सबसे बड़ी बाधा फायर ट्रैवल व्हीकल की कमी थी। नियमानुसार एयरपोर्ट संचालन के लिए कम से कम दो फायर ट्रैवल व्हीकल (Fire Travel Vehicle) अनिवार्य हैं। पहले हिसार एयरपोर्ट के पास केवल एक ही व्हीकल था।
Hisar airport latest news : हरियाणा सरकार राज्य को हवाई यातायात के मुख्य केंद्र में बदलने के अपने प्रयासों को अंतिम रूप दे रही है। हिसार में स्थित महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Maharaja Agarsen International Airport) का लाइसेंस अब लगभग तैयार है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airports Authority of India) इसे जल्द ही जारी कर सकती है। इसके जारी होने के बाद हिसार से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू होने की संभावना है। उम्मीद है कि 2025 की शुरुआत में इस हवाई अड्डे से पहली उड़ान भरी जाएगी।
लाइसेंस प्रक्रिया में क्या-क्या हुआ सुधार?
हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस (Hisar Airport License) मिलने में सबसे बड़ी बाधा फायर ट्रैवल व्हीकल की कमी थी। नियमानुसार एयरपोर्ट संचालन के लिए कम से कम दो फायर ट्रैवल व्हीकल (Fire Travel Vehicle) अनिवार्य हैं। पहले हिसार एयरपोर्ट के पास केवल एक ही व्हीकल था। अब हरियाणा सरकार (haryana government) ने कोचीन एयरपोर्ट से अतिरिक्त फायर ट्रैवल व्हीकल मंगवाकर इस समस्या का समाधान कर दिया है। इसके अलावा एयरपोर्ट से जुड़ी बिजली, पानी और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं भी पूरी कर ली गई हैं।
44 ऑब्जेक्शन को किया गया दूर
एयरपोर्ट पर संचालन शुरू करने से पहले 44 विभिन्न तकनीकी और प्रशासनिक समस्याएं थीं जिन्हें अब हरियाणा सरकार ने सफलतापूर्वक दूर कर लिया है। ये समस्याएं उड़ान लाइसेंस प्रक्रिया में प्रमुख अड़चनें थीं।
5 राज्यों से जुड़ेगा हिसार
हिसार एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू होने के बाद हरियाणा पांच प्रमुख राज्यों से जुड़ जाएगा। इनमें चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू जैसे प्रमुख गंतव्य शामिल हैं। इन रूटों पर उड़ान सेवा के लिए हरियाणा सरकार ने एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता किया है। अयोध्या के लिए पहली उड़ान शुरू करने की योजना बनाई गई है।
क्यों है यह एयरपोर्ट खास?
हिसार एयरपोर्ट का नाम पहले सिर्फ “हिसार एयरपोर्ट” था लेकिन 1 सितंबर 2022 को इसे आधिकारिक रूप से “महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” नाम दिया गया। इस नामकरण का उद्देश्य क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना है। हरियाणा सरकार की योजना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों की शुरुआत करें। मुख्यमंत्री और अन्य राज्य अधिकारियों ने इस दिशा में पहल की है।
उड़ान योजना के तहत और क्या है खास?
Hisar Airport के माध्यम से हरियाणा को आठ प्रमुख रूटों से जोड़ने की योजना थी। इनमें वाराणसी, आगरा, उदयपुर, जैसलमेर, देहरादून, अमृतसर, जम्मू और कुल्लू जैसे शहर शामिल हैं। हालांकि आचार संहिता लागू होने के कारण इसमें देरी हुई है। यह एयरपोर्ट हरियाणा और आसपास के राज्यों के यात्रियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। इससे न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।