Haryana: हरियाणा के सरकारी स्कूलों में चौंकाने वाला खुलासा, बिना विद्यार्थियों के संचालित हो रहे 81 स्कूल
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय (Education Ministry) द्वारा जारी यूडीआईएसई (UDISE) रिपोर्ट ने इस स्थिति को उजागर किया। 2023-24 सत्र के दौरान राज्य के 23517 सरकारी स्कूलों में 55 लाख 99 हजार 742 छात्र पंजीकृत थे।
Haryana Government Schools Update: हरियाणा के सरकारी स्कूलों की स्थिति पर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। राज्य में 81 स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी छात्र नामांकित नहीं है फिर भी स्कूल (Schools) में पढ़ाने के लिए 178 शिक्षक तैनात हैं। यह स्थिति शिक्षा व्यवस्था (Education System) पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अब यह समझना मुश्किल हो रहा है कि आखिर ये शिक्षक किसे पढ़ा रहे हैं।
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय (Education Ministry) द्वारा जारी यूडीआईएसई (UDISE) रिपोर्ट ने इस स्थिति को उजागर किया। 2023-24 सत्र के दौरान राज्य के 23517 सरकारी स्कूलों में 55 लाख 99 हजार 742 छात्र पंजीकृत थे। इनमें 250909 शिक्षक तैनात हैं। परंतु, 81 स्कूलों में छात्र न होने के बावजूद शिक्षकों की तैनाती ने सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल खड़े किए हैं।
सिर्फ एक शिक्षक वाले 867 स्कूल
रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 867 स्कूलों में केवल एक शिक्षक तैनात है। इन स्कूलों में कुल 40828 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। हालांकि 2022-23 में यह संख्या 991 थी जिससे स्थिति में कुछ सुधार हुआ है।
इसके अलावा 579 स्कूलों में लाइब्रेरी (Library) की सुविधा नहीं है। वहीं, केवल 722 स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी उपलब्ध है। 2198 स्कूलों में खेल मैदान (Playground) का अभाव है।
लड़कियों के लिए शौचालय का संकट
रिपोर्ट बताती है कि 599 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय नहीं है। हालांकि, 22918 स्कूलों में टॉयलेट (Toilet) उपलब्ध हैं जिनमें से 22750 सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।
पानी और इंटरनेट की सुविधाएं
राज्य के 23517 स्कूलों में से 22721 में कंप्यूटर और 15926 स्कूलों में इंटरनेट (Internet) की सुविधा है। हालांकि, 23497 स्कूलों में पीने का पानी उपलब्ध है जबकि बाकी स्कूलों में यह सुविधा नहीं है।
मुस्लिम छात्रों का नामांकन घटा
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि 2023-24 में मुस्लिम छात्रों का नामांकन (Enrollment) घटकर 4.9% रह गया, जो पिछले सत्र में 5.1% था। वहीं मुस्लिम छात्राओं का नामांकन 4.4% से घटकर 4.2% हो गया।
गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों का संकट
हरियाणा में 721 गैर-मान्यता प्राप्त स्कूल हैं जिनमें 84276 छात्र और 5371 शिक्षक तैनात हैं। शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों को इन स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार
दिलचस्प बात यह है कि हरियाणा का छात्र-शिक्षक अनुपात (Student-Teacher Ratio) दिल्ली से बेहतर है। हरियाणा में 22 छात्रों पर एक शिक्षक है जबकि दिल्ली में 28 छात्रों पर एक शिक्षक है। नई शिक्षा नीति के अनुसार, यह अनुपात 30:1 होना चाहिए। हिमाचल प्रदेश और पंजाब भी इस मामले में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।