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नींबू के पौधे में डालें यह जादुई जैविक फर्टिलाइजर, फलों के गुच्छों से भर जाएगा पौधा

नींबू के पौधे को फल-फूल से भरपूर करने का सपना हर माली का होता है। लेकिन सच्चाई यही है कि बिना सही देखभाल के यह सपना अधूरा रह जाता है।

नई दिल्ली: अगर आप भी अपने नींबू के पौधे को अनगिनत गुच्छों में लादना चाहते हैं, तो ये देसी जुगाड़ आपके काम आ सकता है। माली का यह सीक्रेट (Secret) हर किसी को पता नहीं होता। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे घर पर बने एक खास जैविक फर्टिलाइज़र (Organic Fertilizer) से आपका नींबू का पौधा हरा-भरा और फलों से लद जाएगा। Mandi Bhav Today: नरमा और कपास के दाम में बड़ा उछाल, जानें आज के ताजा मंडी रेट्स

माली का जादुई घोल, कीड़ों का नामोनिशान खत्म

अक्सर देखा गया है कि नींबू के पौधों पर कीड़े (Pests) हमला बोल देते हैं। ये ना सिर्फ पत्तों को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि पौधे की ग्रोथ (Growth) को भी रोक देते हैं। यही कारण है कि कई बार पौधा होने के बावजूद फलों की पैदावार कम होती है। ऐसे में हम आपको एक ऐसा जादुई घोल बताने जा रहे हैं जिसे इस्तेमाल करने के बाद कीड़ों का नामोनिशान मिट जाएगा। यह घोल पूरी तरह से प्राकृतिक (Natural) है और इसे आप आसानी से घर पर बना सकते हैं। इसमें अदरक, गाजर, केले, सेब, आलू के छिलके और नीम की पत्तियों जैसी सामान्य चीजें शामिल हैं।

नींबू के पौधे के लिए जैविक फर्टिलाइज़र का दम

नींबू के पौधे में अदरक के छिलके चींटियों और दीमक को दूर रखते हैं। गाजर और केले के छिलकों में भरपूर पोषण होता है, जो पौधे को ताकतवर बनाते हैं। सेब और आलू के छिलके पौधे की मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं वहीं नीम की पत्तियां कीटनाशक का काम करती हैं। यह देसी फर्टिलाइज़र (Desi Fertilizer) पौधे में फलों की पैदावार को कई गुना तक बढ़ा देता है। इसे बनाना भी बेहद आसान है और खर्चा भी नाम मात्र का है।

घर पर ऐसे बनाएं नींबू का सुपरफर्टिलाइज़र

सामग्री:

  1. अदरक के छिलके
  2. गाजर के छिलके
  3. केले के छिलके
  4. सेब और आलू के छिलके
  5. नीम की पत्तियां

विधि:

  1. सबसे पहले इन सभी चीज़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  2. एक लीटर पानी लें और उसमें ये सारी सामग्री डालकर धीमी आंच पर 5-6 मिनट तक उबालें।
  3. जब पानी ठंडा हो जाए, तो इसे छान लें।
  4. इस घोल को आधे लीटर पानी में मिलाएं।

घोल का इस्तेमाल कैसे करें?

नींबू के पौधे में इस जैविक फर्टिलाइज़र को डालने से पहले मिट्टी की गुड़ाई करें। इसके बाद घोल को पौधे की जड़ों के पास डालें। यह प्रक्रिया हर 15 दिन में एक बार दोहराएं। यह घोल पौधे को सभी जरूरी पोषक तत्व (Nutrients) प्रदान करता है। इसका असर आपको कुछ ही हफ्तों में दिखने लगेगा जब आपका पौधा अनगिनत नींबुओं से लद जाएगा। Budget 2025: केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगी बकाया डीए/डीआर की राशि? बजट में हो सकता है बड़ा ऐलान

देसी जुगाड़ का साइंटिफिक (Scientific) असर

इस जैविक फर्टिलाइज़र में पोषक तत्वों और कीटनाशक गुणों का अनोखा मिश्रण होता है। गाजर और केले के छिलकों में पोटेशियम और फॉस्फोरस जैसे तत्व होते हैं जो पौधे की जड़ों को मजबूत बनाते हैं। अदरक के छिलके में एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial) गुण होते हैं जो पौधे को कीड़ों से बचाते हैं। नीम की पत्तियां प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करती हैं जो पौधे में फलों की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करती हैं। इस घोल का असर सिर्फ नींबू के पौधे तक सीमित नहीं है आप इसे अन्य फलों और सब्जियों के पौधों पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

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