बिना UPSC क्रैक किए भी बन सकते हैं IAS अफसर, जानिए Desi स्टाइल में यह आसान तरीके
नई दिल्ली: यूपीएससी (UPSC) को देखकर आपको भी लगता होगा कि इसे क्रैक करना चांद पर जाने जितना मुश्किल है। भाईसाहब हर साल लाखों लोग सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) में बैठते हैं लेकिन हाथ में IAS की कुर्सी सिर्फ हजार लोगों को मिलती है।
लेकिन अब सवाल उठता है – क्या बिना UPSC के भी IAS बना जा सकता है? जवाब है – हां बिल्कुल! (Yes absolutely!) अब हम आपको बताएंगे वो shortcut तरीकों के बारे में जिनसे आप बिना UPSC पास किए भी IAS अफसर बन सकते हैं।
देशभर में हर साल करीब 5 से 7 लाख उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा में शामिल होते हैं जिनमें से केवल 1000 के करीब ही चुने जाते हैं। हालांकि एक उम्मीदवार दो अन्य तरीकों से भी IAS बनने का सपना पूरा कर सकता है। पहला तरीका स्टेट पीसीएस परीक्षा (State PCS Exam) के जरिए है और दूसरा तरीका सिविल सेवा लेटरल एंट्री (Civil Services Lateral Entry) स्कीम है।
स्टेट PCS एग्जाम पास करके IAS बनने का तरीका
IAS बनने का पहला और सबसे पारंपरिक तरीका है राज्य सिविल सेवा परीक्षा (State PCS Exam) पास करना। इसके तहत उम्मीदवार को पहले यूपी पीसीएस (UP PCS) एमपी पीसीएस (MP PCS) जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं। इसके बाद सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (Sub Divisional Magistrate) यानी SDM का पद मिलता है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा विनियम 1955 (IAS Regulations 1955) के अनुसार SDM बनने के बाद कम से कम 8 साल की सेवा के उपरांत आईएएस प्रमोशन (Promotion) के लिए पात्रता (Eligibility) प्राप्त होती है। हालांकि प्रमोशन की प्रक्रिया में करीब 12 से 15 साल लग सकते हैं।
PCS अधिकारी का IAS में प्रमोशन कैसे होता है?
PCS अधिकारियों के प्रमोशन के लिए राज्य सरकार द्वारा एक समिति (Committee) गठित की जाती है। इस समिति में मुख्य सचिव (Chief Secretary) सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख (Head of General Administration Department) और केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी शामिल होते हैं।
यह समिति अधिकारियों की एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट (Annual Confidential Report) और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की जांच करती है। यदि किसी अधिकारी के खिलाफ कोई जांच लंबित हो तो उसका नाम प्रमोशन लिस्ट से हटा दिया जाता है। चयनित नामों को अंतिम निर्णय के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाता है।
Lateral Entry Scheme : IAS बनने का आधुनिक तरीका
IAS बनने का दूसरा तरीका लेटरल एंट्री स्कीम (Lateral Entry Scheme) है जो हाल ही में बहुत चर्चा में है। यह उन प्रोफेशनल्स (Professionals) के लिए एक अवसर है जो प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं और सरकारी सेवाओं में अपना योगदान देना चाहते हैं।
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कौन-कौन आवेदन कर सकता है?
इस स्कीम के तहत आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु (Age) 40 वर्ष के करीब होनी चाहिए। साथ ही उनके पास कम से कम 15 साल का कार्य अनुभव (Work Experience) होना अनिवार्य है।
चयन प्रक्रिया कैसे होती है?
उम्मीदवारों को आवेदन के बाद भारत सरकार के कैबिनेट सचिव (Cabinet Secretary) के नेतृत्व में आयोजित एक इंटरव्यू (Interview) देना होता है। इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को आईएएस का पद दिया जाता है। हालांकि यह पद कॉन्ट्रेक्ट बेसिस (Contract Basis) पर 3 साल के लिए होता है जिसे बाद में एक्सटेंड (Extend) भी किया जा सकता है।
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