गेहूं की फसल को चट कर रहा ये खरपतवार, ऐसे खत्म होगा यह हरामी घास

खेती करने वालों का दिल तो खेतों में ही बसा रहता है लेकिन कभी-कभी वही खेत जटिल समस्याओं से घिर जाते हैं। और जब बात गेहूं की फसल की हो तो किसानों के माथे पर पसीना आना लाजिमी है! अब बात करें अगर उस मंडूसी खरपतवार की तो यह भी किसी आतंकवादी से कम नहीं है। यह न केवल गेहूं की फसल की सेहत पर भारी पड़ता है बल्कि किसानों की मेहनत को भी चुराने का काम करता है। तो आइए हम आपको बताते हैं कि इस मंडूसी से कैसे बचें और अपने गेहूं के खेत को खुशहाल बनाए रखें।
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मंडूसी खरपतवार का हमला
अब तक आपने कई तरह के खरपतवार के बारे में सुना होगा लेकिन मंडूसी नामक खरपतवार की बात ही कुछ और है। गेहूं के खेत में यह खरपतवार इतना ज़्यादा नुकसान करता है जैसे किसी के घर में चोरी होने का डर हो। इस खरपतवार का काम सीधे-सीधे गेहूं के पौधों से उसका पोषण छीनकर उसे कमजोर बनाना होता है।
यानि फसल की सेहत तो बिगड़ती है साथ ही production (उत्पादन) भी घटने लगता है। जब फसल कमजोर होती है तो उसके quality (गुणवत्ता) पर भी असर पड़ता है और अगर सही समय पर उपाय नहीं किए गए तो पूरा crop (फसल) बर्बाद हो सकता है। तो किसानों भाई जाग जाइए!
मंडूसी खरपतवार की पहचान
अब सबसे पहला सवाल तो यही आता है मंडूसी खरपतवार को पहचाना कैसे जाए? तो यह खरपतवार गेहूं के पौधे जैसा दिखता है पर इसमें कुछ खास फर्क होता है। इसे पहचानने का सबसे आसान तरीका यह है कि इसका रंग हल्का होता है और गेहूं के पौधे से थोड़ा अलग दिखता है।
इसके अलावा अगर आप इसके तने को ध्यान से देखेंगे तो उसका रंग जमीन के पास red (लाल) दिखाई देगा। यह लाल रंग आपको कुछ नया बताता है कि भाई ये कोई आम खरपतवार नहीं है। इसके तने से red रंग का पदार्थ भी निकलता है जो इसकी पहचान को और पुख्ता करता है। तो अब से किसान भाई ध्यान दें और समझ जाएं कि यह मंडूसी है।
मंडूसी खरपतवार का इलाज
अब अगर यह मंडूसी खरपतवार आपके खेत में दिख जाए तो निराश होने की बजाय सही समय पर कार्रवाई करें। सबसे पहले तो यह ध्यान रखें कि यदि गेहूं की बुवाई से पहले आपने Stomp 30 EC (खरपतवारनाशी) डाला था तो शायद यह समस्या नहीं होती। लेकिन अगर यह खरपतवार अब आपके खेत में पनप चुका है तो घबराएं नहीं समाधान है।
अगर मंडूसी खरपतवार में 2-3 पत्तियां आ चुकी हैं तो आप Leader (सल्फोसल्फ्यूरॉन) 33.3 ग्राम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे 250 से 300 लीटर पानी में घोलकर एक हेक्टेयर में छिड़कें। यह तरीका असरदार रहेगा।
अगर यह दवाई भी नहीं है तो आप Sencore 70 WP (मैट्रिब्यूजिन) 250 ग्राम लेकर 500 लीटर पानी में मिलाकर छिड़क सकते हैं। यह भी एक अच्छा विकल्प है। और अगर यह भी आपको नहीं पसंद तो फिर Topic 15 WP (क्लोडीनाफोप) 400 ग्राम का इस्तेमाल करें। इस दवाई से खरपतवार पर काबू पाया जा सकता है।
ध्यान रखें यह सभी दवाइयां Herbicides (शाकनाशी) हैं जो सिर्फ खरपतवार को मारने का काम करती हैं। इनका इस्तेमाल सही तरीके से करना बेहद ज़रूरी है वरना यह गेहूं की फसल को भी नुकसान कर सकते हैं।
किसान भाई ध्यान रखें!
मंडूसी खरपतवार गेहूं की फसल के लिए एक गंभीर समस्या हो सकता है। इसके लिए सबसे ज़रूरी है कि किसानों को समय रहते इसका पता चले और सही उपाय करें। गेहूं की फसल को बचाने के लिए आपको इन दवाइयों का सही इस्तेमाल करना होगा। साथ ही crop rotation (फसल चक्र) और खेत की सफाई को भी प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि ये खरपतवार फैलने न पाए।
तो अगली बार जब आप अपने खेत में जाएं तो मंडूसी खरपतवार से अपनी फसल को बचाएं और खुशहाल खेती का मजा लें। सही उपाय और थोड़ी सी जागरूकता से आप अपनी गेहूं की फसल को मंडूसी जैसे खरपतवार से बचा सकते हैं और बेहतर उत्पादन पा सकते हैं।
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