किसान संगठनों का सिरसा में जोरदार विरोध प्रदर्शन, सरकार से अधूरे वादों को पूरा करने की मांग
Strong protest by farmer organizations in Sirsa, demanding the government to fulfill the unfulfilled promises
हरियाणा के सिरसा में सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन सौंपा। यह प्रदर्शन विशेष रूप से 9 दिसंबर 2021 को हुए किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा किए गए अधूरे वादों को लेकर था। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि केंद्र सरकार फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देने वाला एक कानून बनाए और किसानों तथा श्रमिकों को पूर्ण कर्ज मुक्ति प्रदान करे।
भूख हड़ताल पर बैठे नेता की जिंदगी बचाने की अपील
इस विरोध प्रदर्शन का एक अहम मुद्दा खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की जीवन रक्षा था। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से दल्लेवाल की मांगों को पूरा करने और उनकी जान बचाने की अपील की। दल्लेवाल अपनी मांगों के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और किसानों का कहना है कि उनकी मांगों को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
कृषि मंडियों के कानूनों का विरोध
किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को भेजे गए कृषि मंडी कानूनों की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया। उनका आरोप था कि ये कानून किसानों के हित में नहीं हैं और इससे उनकी स्थिति और खराब हो सकती है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार इन कानूनों को वापस ले और किसानों के हित में फैसले किए जाएं।
यूरिया खाद की कमी पर विरोध
प्रदर्शनकारियों ने यूरिया खाद की कमी का मुद्दा भी उठाया। किसानों का कहना था कि यूरिया की उपलब्धता में कमी होने के कारण उनकी फसलों की बुवाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने सरकार से यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति की मांग की ताकि किसान अपनी फसलों की अच्छी तरह से देखभाल कर सकें और उत्पादन में कोई कमी न हो।
किसान नेताओं द्वारा उठाई गई अन्य मांगें
कॉमरेड स्वर्ण सिंह विर्क ने पिछले विरोध प्रदर्शनों और चुनावों के दौरान किसान नेताओं पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की। उनके अनुसार यह मामले किसानों के आंदोलन के खिलाफ एक साजिश के रूप में दर्ज किए गए थे और उन्हें तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। इस दौरान कई अन्य प्रमुख किसान नेता जैसे हरजिंदर सिंह नानुआना, गुरदीप सिंह, रघुबीर सिंह नकोरा, हमजिंदर सिद्धू, बलराज बानी और गुरतेज बरार ने भी सभा को संबोधित किया और किसानों की समस्याओं को उजागर किया।