Haryana Weather : हरियाणा में फिर से एक्टिव होगा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, इस दिन होगी भारी बारिश
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 19 जनवरी तक राज्य में मौसम परिवर्तनशील (variable weather) रहने की संभावना है। इस दौरान सुबह के समय धुंध (foggy mornings) छाने और दिन में आंशिक बादल (partly cloudy skies) रहने की संभावना है।
Haryana Weather Update : हरियाणा में ठंड (cold wave) का कहर जारी है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कमजोर प्रभाव से प्रदेश में मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 15 और 18 जनवरी को कुछ इलाकों में हल्की बारिश (light rain) और बूंदाबांदी के आसार हैं। इसके बाद ठंडी उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाएं (northwest cold winds) चलने से रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 19 जनवरी तक राज्य में मौसम परिवर्तनशील (variable weather) रहने की संभावना है। इस दौरान सुबह के समय धुंध (foggy mornings) छाने और दिन में आंशिक बादल (partly cloudy skies) रहने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक बार फिर हरियाणा के कई इलाकों में बारिश के संकेत मिले हैं जो ठंड के तीसरे चरण को और तीव्र बना सकते हैं।
15 और 18 जनवरी को हल्की बारिश का अनुमान
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 15 और 18 जनवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि, इन दिनों बारिश का प्रभाव व्यापक नहीं होगा। यह मौसम बदलाव विशेष रूप से कृषि गतिविधियों (agriculture activities) के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि किसान इस समय रबी फसलों (Rabi crops) की देखभाल में जुटे हुए हैं।
शीतलहर और धुंध बनी बड़ी चुनौती
हरियाणा में शीतलहर (cold wave) और घनी धुंध (dense fog) ने जनजीवन को प्रभावित किया है। ठंड के तीसरे दौर (third phase of winter) के शुरू होने से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह और रात के समय तेज ठंड और दिन में धीमी हवाओं ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया है।
कृषि पर मौसम का प्रभाव
मौसम में हो रहे इस बदलाव का असर हरियाणा के किसानों पर भी पड़ रहा है। रबी फसलें, जैसे गेहूं (wheat) और सरसों (mustard), इस समय विकास के महत्वपूर्ण चरण में हैं। हल्की बारिश इन फसलों के लिए लाभकारी हो सकती है लेकिन अधिक ठंड और धुंध का लंबे समय तक बने रहना उनके विकास को प्रभावित कर सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए खेतों में सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन करें।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 15 जनवरी से सक्रिय होगा और यह 18 जनवरी तक बना रह सकता है। इस दौरान हल्की बारिश के साथ-साथ हवाओं की गति (wind speed) में भी मामूली वृद्धि हो सकती है। इसके बाद 19 जनवरी से मौसम साफ और शुष्क (clear and dry) रहने की संभावना है।
सड़कों पर धुंध का असर
घनी धुंध के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में सड़क यातायात (road traffic) प्रभावित हुआ है। दृश्यता (visibility) कम होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे धीमी गति से वाहन चलाएं और फॉग लाइट्स (fog lights) का इस्तेमाल करें।
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अगले कुछ दिन कैसे रहेंगे?
19 जनवरी के बाद हरियाणा में मौसम सामान्य (normal weather) होने की संभावना है। दिन के समय तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है लेकिन रातें ठंडी बनी रहेंगी। मौसम विभाग ने किसानों और आमजन को मौसम की ताजा जानकारी (weather updates) पर नजर रखने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है।