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adani group : स्विस अधिकारियों की जांच में फंसा अडानी ग्रुप, 6 बैंक खातों में 310 मिलियन डॉलर फ्रीज, जानें कितनी है सच्चाई

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adani group
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अडानी ग्रुप के खिलाफ एक बार फिर से ह‍िंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। ताजा घटनाक्रम में स्विस मीडिया आउटलेट गोथम सिटी की रिपोर्ट (Gotham City Report) का हवाला देते हुए हिंडनबर्ग ने दावा किया कि स्विस अधिकारियों ने अडानी ग्रुप के कई स्विस बैंक खातों में जमा 310 मिलियन डॉलर (लगभग 2600 करोड़ रुपये) फ्रीज कर दिए हैं। अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए खारिज किया है।

स्विस अधिकारियों की जांच 2021 से चल रही

गोथम सिटी की रिपोर्ट के अनुसार, स्विस अधिकारी 2021 से अडानी ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और सिक्योरिटी फ्रॉड की जांच कर रहे हैं। यह जांच उस रिपोर्ट से भी पहले की है, जिसे ह‍िंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी 2023 को जारी किया था। ह‍िंडनबर्ग की उस रिपोर्ट का शीर्षक था, "Adani Group: How The World’s 3rd Richest Man Is Pulling The Largest Con In Corporate History", जिसमें अडानी ग्रुप पर गम्भीर आर्थिक अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।

अडानी ग्रुप ने आरोपों को बताया निराधार

स्विस बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के दावे पर अडानी ग्रुप ने एक बयान जारी किया है, जिसमें इन खबरों को पूरी तरह से गलत और आधारहीन बताया गया है। अडानी ग्रुप ने कहा कि उनके खिलाफ स्विट्जरलैंड में किसी भी अदालत में कोई मामला नहीं चल रहा है और उनके किसी भी बैंक खाते को फ्रीज नहीं किया गया है। उन्होंने इस तरह की खबरों को उनकी प्रतिष्ठा और मार्केट वैल्यू को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करार दिया है।

ह‍िंडनबर्ग ने पहले भी लगाए थे आरोप

ह‍िंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप पर पहली बार हमला किया था, जिसमें उसने ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। ताजा मामले में, ह‍िंडनबर्ग ने फिर से दावा किया है कि स्विस अधिकारियों ने छह स्विस बैंकों में अडानी से जुड़े 310 मिलियन डॉलर से अधिक की रकम को फ्रीज कर दिया है। ह‍िंडनबर्ग ने अपने दावे में यह भी कहा कि अडानी का प्रतिनिधित्व करने वाले एक व्यक्ति ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, मॉरीशस और बरमूडा में स्थित अपारदर्शी फंड में निवेश किया था, जिसमें अधिकांश फंड अडानी ग्रुप के शेयरों के मालिक थे।

कोर्ट और नियामक निकाय से कोई सूचना नहीं

अडानी ग्रुप ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि स्विस अदालतों में उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें किसी भी स्विस अधिकारी या नियामक निकाय से इस मामले में कोई स्पष्टीकरण या सूचना प्राप्त नहीं हुई है। अडानी ग्रुप ने यह बयान देते हुए इस खबर को झूठ और प्रोपगैंडा करार दिया।

सेबी के साथ भी उठ चुके हैं सवाल

यह पहली बार नहीं है जब अडानी ग्रुप पर इस तरह के आरोप लगे हैं। 10 अगस्त 2023 को भी हिंडनबर्ग ने भारतीय शेयर बाजार नियामक, सेबी (Securities and Exchange Board of India) की प्रमुख माधबी पुरी बुच और अडानी ग्रुप के व्यापारिक रिश्तों को लेकर सवाल उठाए थे। तब से यह मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियों में है।

अडानी के लिए नई चुनौती

स्विस अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच और हिंडनबर्ग के इन ताजा आरोपों से अडानी ग्रुप के लिए एक और चुनौती खड़ी हो गई है। अडानी ग्रुप ने हाल के वर्षों में तेजी से विकास किया है और वह विश्व के सबसे धनी लोगों में से एक के रूप में उभरे हैं। हालांकि, इस समय ग्रुप को लगातार विवादों और आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जो उनकी छवि और व्यापारिक भविष्य के लिए चिंताजनक हो सकता है।

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