कोलकाता डॉक्टर रेप के बाद हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेगी सुरक्षा, जानिए नए निर्देश
हरियाणा सरकार (Government of Haryana) ने हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (Kolkata Medical College) में एक डॉक्टर के साथ हुए भयावह बलात्कार और हत्या के बाद एक अहम कदम उठाया है। राज्य सरकार ने एक सुरक्षा अलर्ट जारी किया है जिसके तहत चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। इस आदेश में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और इसके लिए प्रभावी कदम उठाएं।
यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके और मेडिकल कॉलेजों के छात्रों नर्सों और डॉक्टरों को एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण मिल सके। इस आदेश के तहत हरियाणा के सभी मेडिकल कॉलेजों को अपने निकटतम पुलिस स्टेशन एसएचओ (Station House Officer) और डीएसपी (Deputy Supt of Police) के साथ नियमित संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
हरियाणा सरकार की इस एडवाइजरी में सुरक्षा उपायों के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें मुख्य रूप से सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एक पुलिस चौकी स्थापित करने का आदेश दिया गया है जो 24 घंटे खुली रहेगी और हर समय एक महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेगी। इस कदम का उद्देश्य न केवल छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है बल्कि उन्हें मानसिक शांति प्रदान करना भी है।
इसके अलावा सभी कॉलेजों के गेटों पर छात्रावासों में और सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इन सीसीटीवी कैमरों की 24 घंटे निगरानी की जाएगी और कम से कम तीन महीने तक फुटेज का स्टोरेज बैकअप रखा जाएगा। यह कदम किसी भी अप्रिय घटना के बाद त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
पुलिस चौकी की स्थापना और सुरक्षा गार्ड की तैनाती
हरियाणा सरकार के इस आदेश के अनुसार सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पुलिस चौकी की स्थापना की जाएगी। यह पुलिस चौकी 24x7 कार्यशील रहेगी और इसमें महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्राओं और महिला स्टाफ को किसी भी प्रकार की असुविधा या असुरक्षा का सामना न करना पड़े।
इसके अलावा सभी ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) और बाहरी वार्डों में सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे। यह सुरक्षा गार्ड न केवल डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे बल्कि मरीजों और उनके परिजनों को भी एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेंगे।
सीसीटीवी निगरानी और फुटेज का स्टोरेज
मेडिकल कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरों की तैनाती के आदेश को भी इस सुरक्षा योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है। कॉलेजों के गेट छात्रावास और सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जो 24 घंटे निगरानी करेंगे। इससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता चल सकेगा और समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सकेगी।
इसके अलावा सभी सीसीटीवी फुटेज को कम से कम तीन महीने तक स्टोर किया जाएगा। इस स्टोरेज बैकअप का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी अप्रिय घटना के बाद साक्ष्य जुटाने में कोई कमी न रह जाए।