नोएडा के हर प्रोडक्ट की होगी Real Time Monitoring, नए एप को किया जाएगा डेवलप, जानें प्राधिकरण का प्लान
नोएडा प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में चल रहे प्रॉजेक्ट्स और सुविधाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए एक नया एप डेवलप करने की योजना बनाई है। इस एप की मदद से अधिकारी सड़क रीसर्फेसिंग, नालों की सफाई और मैकनिकल स्वीपिंग जैसी गतिविधियों की जानकारी तुरंत देख सकेंगे, जिससे विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।
नोएडा प्राधिकरण का नया मॉनिटरिंग एप
नोएडा प्राधिकरण द्वारा डेवलप किए जा रहे इस एप की मदद से क्षेत्र के विकास कार्यों की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। इस एप को एक निजी एजेंसी संचालित करेगी, जो हर दिन की अपडेट को एप पर फीड करने की जिम्मेदार होगी। यह एप विभिन्न विभागों जैसे जल, जन स्वास्थ्य, सिविल, विद्युत यांत्रिक, और ट्रैफिक सेल के प्रोजेक्ट्स की डिटेल्स को रियल टाइम में प्रदान करेगा। इस प्रकार प्राधिकरण के अधिकारी किसी भी प्रॉजेक्ट की प्रगति, गुणवत्ता और समयबद्धता की जांच कर सकेंगे।
एप डेवलप कराने की प्रक्रिया शुरू
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, एप को डेवलप करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले सिविल प्रॉजेक्ट्स की प्रगति की रिपोर्ट को सप्ताह में एक बार सॉफ्टवेयर पर फीड किया जाता था। अब इस नए एप में जल, जन स्वास्थ्य, सिविल और अन्य विभागों को जोड़ा जाएगा, जिससे सभी गतिविधियों की जानकारी एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो सकेगी। इसके अलावा, इस एप में विभिन्न प्रॉजेक्ट्स से जुड़े हर विवरण को फीड किया जाएगा, जिससे अधिकारियों को प्रगति की समीक्षा करने में आसानी होगी।
सेंसर और जीपीएस की मदद से निगरानी
नोएडा प्राधिकरण ने विकास कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी के लिए तकनीकी उपायों को भी लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत शहर के बड़े नालों में सेंसर लगाए जाएंगे, जो यह बताएंगे कि नाले में सिल्ट का लेवल कितना है और सफाई सही से हो रही है या नहीं। इसके अलावा, मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के जरिए सफाई की निगरानी की जाएगी, और सफाई के दौरान ली गई फोटो को भी एप पर अपलोड किया जाएगा।
शिकायत और फीडबैक का विकल्प
इस एप में न केवल मॉनिटरिंग की सुविधा होगी, बल्कि आम नागरिकों के लिए शिकायत और फीडबैक देने का विकल्प भी होगा। सिविल निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो रहे मटीरियल की क्वॉलिटी की जांच की रिपोर्ट भी इस एप पर अपलोड की जाएगी। इसके बाद, भुगतान के समय संबंधित फाइलों को एप पर क्रॉस चेक किया जाएगा, जिससे किसी भी गड़बड़ी की संभावना कम हो जाएगी।
आम नागरिकों के लिए शिकायत और फीडबैक के विकल्प से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्रकार की समस्या को तुरंत हल किया जा सके। इसके साथ ही, नागरिकों को यह सुविधा भी मिलेगी कि वे अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की प्रगति पर नजर रख सकें और जरूरत पड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकें।
जल भराव की समस्या पर एक्शन प्लान
नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में जल भराव की समस्या को लेकर भी प्राधिकरण ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके लिए एक पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो जल भराव प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ताकि जल भराव की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।
रविवार को प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया। इस सर्वे के बाद समिति की रिपोर्ट के आधार पर जल भराव से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।