पूर्व मंत्री ग्रोवर ने रोहतक एसपी को दी धमकी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने डीसी से रिपोर्ट मांगी
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने रोहतक के उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी को पूर्व राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर द्वारा रोहतक एसपी के खिलाफ अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल के आरोपों की जांच करने को कहा है।
एक अलग विज्ञप्ति में सीईओ ने डीसी से रोहतक में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अवैध विरोध प्रदर्शन और सार्वजनिक शांति को खतरे में डालने के आरोपों की जांच करने को कहा है। सीईओ ने 30 अगस्त को सुबह 11 बजे तक दोनों मामलों में रिपोर्ट मांगी है।
कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वकील करण सिंह नारंग ने 27 अगस्त को भारत के चुनाव आयोग में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
एडवोकेट नारंग ने एक वीडियो क्लिप भी संलग्न की थी जिसमें ग्रोवर रोहतक एसपी को धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 28 अगस्त को रोहतक के डिप्टी कमिश्नर को उक्त संदेश भेजा।
शिकायत में कहा गया है कि ग्रोवर ने अपने समर्थकों के एक बड़े समूह के साथ 25 अगस्त को रोहतक में पुलिस अधीक्षक के कैंप कार्यालय-सह-निवास के सामने अवैध विरोध प्रदर्शन किया।
शिकायत में कहा गया है, "यह बताया गया है कि ग्रोवर के समर्थकों ने पुलिस पर हमला किया, जिससे तनाव और बढ़ गया और शहर की शांति और व्यवस्था भंग हो गई। ग्रोवर ने पुलिस अधीक्षक के खिलाफ सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए। ये हरकतें न केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं, बल्कि प्रशासन के लिए खुली धमकी भी हैं।" शिकायत में आगे कहा गया है कि "ग्रोवर के बयान और हरकतें प्रशासन को दबाव में आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए मजबूर करने का एक प्रयास है, जो सत्ता का स्पष्ट दुरुपयोग और कानून के शासन का अपमान है।"
शिकायतकर्ता ने चुनाव आयोग से इन तथ्यों का संज्ञान लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने तथा इस संबंध में उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। यहां यह बताना उचित होगा कि उक्त विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोप में पांच भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था।
इस बीच, ग्रोवर द्वारा रोहतक एसपी को धमकी देने का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।