UP News: यूपी के इस जिले के लिए गुड न्यूज ! स्मार्ट मीटर लगने हुए शुरू
हरदोई में विद्युत विभाग द्वारा एक नई पहल के तहत पुराने मीटरों की जगह नए प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू हो गया है। इस कदम से न केवल बिजली आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि बकाया वसूली और प्रबंधन प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। यह पहल हरदोई के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई दिशा लेकर आई है, जिससे उनके बिजली उपभोग और भुगतान प्रणाली में पारदर्शिता और नियंत्रण बढ़ेगा।
प्रीपेड स्मार्ट मीटर क्या है और इसके लाभ
प्रीपेड स्मार्ट मीटर एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें उपभोक्ताओं को पहले से निर्धारित राशि के अनुसार बिजली रिचार्ज करना होता है। जैसे ही रिचार्ज की गई राशि समाप्त होती है, मीटर स्वचालित रूप से बिजली आपूर्ति को बंद कर देता है। यह न केवल विद्युत उपभोग में अनुशासन लाता है, बल्कि बिजली की बर्बादी को भी रोकता है। साथ ही, यह उपभोक्ताओं को उनके उपयोग पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करता है।
1. निर्बाध बिजली आपूर्ति
नए प्रीपेड स्मार्ट मीटर की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करता है। उपभोक्ता जितनी राशि का रिचार्ज करते हैं, उन्हें उतनी ही बिजली मिलती है। रिचार्ज समाप्त होते ही स्वचालित रूप से बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है, जिससे अनावश्यक बिजली का उपयोग रुकता है। यह प्रक्रिया उपभोक्ताओं को अपने बिजली उपयोग पर अधिक ध्यान देने और इसे नियंत्रित करने का अवसर प्रदान करती है।
2. बकाया वसूली में कमी
स्मार्ट मीटर के आने से विद्युत विभाग को बकाया वसूली में होने वाली दिक्कतों से राहत मिलेगी। वर्तमान में, बकाया वसूली के लिए विभाग को कई संसाधन और श्रम लगाना पड़ता है, लेकिन स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं के बकाया बिल की समस्या स्वतः समाप्त हो जाएगी। उपभोक्ताओं को अपनी सुविधा के अनुसार बिजली का रिचार्ज करना होगा, जिससे उन्हें बकाया बिल की चिंता नहीं होगी, और विभाग को बकाया वसूली के लिए अलग से समय और संसाधन नहीं लगाने पड़ेंगे। इससे विभागीय खर्चों में कमी आएगी और प्रबंधन भी सरल होगा।
3. साधारण और प्रभावी प्रबंधन
प्रीपेड मीटर की प्रणाली से उपभोक्ताओं को अपने बिजली बिल का बेहतर प्रबंधन करने का अवसर मिलेगा। इस प्रणाली में उपभोक्ता पहले से बिजली के लिए भुगतान करते हैं, जिससे उन्हें केवल उतनी ही बिजली मिलती है जितनी राशि उन्होंने रिचार्ज की है। इससे उपभोक्ताओं को यह पता चलता है कि वे कितनी बिजली का उपयोग कर रहे हैं और कितनी राशि खर्च हो रही है। इस प्रकार, स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को अपने बिजली उपभोग पर अधिक नियंत्रण प्रदान करते हैं और उन्हें अनावश्यक खर्चों से बचाते हैं।
हरदोई में अभियान की शुरुआत
हरदोई जिले में यह अभियान विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता सूर्य कुमार के नेतृत्व में शुरू किया गया। विकास भवन में इस अभियान की शुरुआत मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी की उपस्थिति में की गई। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजन के साथ पुराने मीटरों को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए गए। इस प्रक्रिया में विभागीय टीम ने पूरी लगन के साथ काम किया और विकास भवन के सभी विभागों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर सफलतापूर्वक लगाए गए।
इस अभियान की शुरुआत विकास भवन से की गई है, लेकिन विद्युत विभाग की योजना है कि यह पहल हरदोई के अन्य क्षेत्रों में भी लागू की जाए। इस योजना के तहत सभी पुराने मीटरों को प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा, जिससे जिले के सभी उपभोक्ताओं को बेहतर और अधिक पारदर्शी बिजली सेवा मिल सकेगी।
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को होने वाले लाभ
नए प्रीपेड स्मार्ट मीटरों की स्थापना से उपभोक्ताओं को कई लाभ होंगे। सबसे प्रमुख लाभ यह होगा कि उन्हें बिजली के उपयोग और बिल भुगतान में पारदर्शिता और सरलता मिलेगी। उपभोक्ताओं को बिजली का उतना ही उपयोग करना होगा जितनी राशि उन्होंने रिचार्ज की होगी, जिससे अनावश्यक बिजली खर्च की संभावना खत्म हो जाएगी।
इसके अतिरिक्त, उपभोक्ता अपने बिजली के बिल की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे और किसी भी समय अपने बिजली उपयोग का हिसाब रख सकेंगे। स्मार्ट मीटरों से उपभोक्ताओं को बिजली बिल भरने के लिए लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी।
भविष्य की योजना
हरदोई में इस अभियान की सफलता के बाद, विद्युत विभाग की योजना है कि अन्य जिलों में भी इसी तरह का अभियान चलाया जाए। विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले समय में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में पुराने मीटरों को हटाकर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएं। इससे न केवल बिजली आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को भी अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक सेवा मिलेगी।