Haryana CM Nayab Saini: हरियाणा की इस सीट से उपचुनाव लड़ेंगे नायब सैनी, 25 मई को होगी वोटिंग
चंडीगढ़: हरियाणा में हाल ही में हुए करनाल विधानसभा उपचुनाव (Karnal Assembly by-election) की बड़ी खबर यह है कि बीजेपी ने इस सीट से मुख्यमंत्री नायब सैनी (Chief Minister Nayab Saini) को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं इस सीट पर 25 मई को होने वाले मतदान बेहद अहम हैं। यहां हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे. हरियाणा में हर उपचुनाव काफी अहम है क्योंकि ये राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है. करनाल विधानसभा सीट भी इसी श्रेणी में आती है जहां बीजेपी ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
पूर्व सीएम मनोहर लाल ने दिया इस्तीफा
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद करनाल विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस रिक्त पद को भरने के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को नामांकित किया है। उपचुनाव में नायब सैनी की मौजूदगी से चर्चाएं गहरा गई हैं.
उपचुनाव में कैंडिडेट को लेकर जारी ऑर्डर...
13 मार्च को दिया था इस्तीफा
हरियाणा में 12 मार्च को भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूटा था। इसके बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल समेत पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दिया था। इसी दिन नायब सैनी ने 11वें सीएम के रूप में शपथ ली। इसके बाद 13 मार्च को फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाए विधानसभा सेशन में मनोहर लाल ने विधायक पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। जिसके बाद करनाल सीट खाली हो गई।
अब उनकी जगह CM की कुर्सी संभालने वाले नायब सिंह सैनी यहां से उपचुनाव में उतरने जा रहे हैं। यह उनका पहला टेस्ट होगा। करनाल सीट पर मनोहर लाल लगातार 2 बार 2014 और 2019 में विधानसभा चुनाव जीते।
कैंडिडेट बनाने पर CM ने जताया आभार...
साढ़े 9 साल से BJP सत्ता में
हरियाणा में साढ़े 9 साल से BJP सत्ता में है। इतनी लंबी अवधि से सत्ता में होने के कारण प्रदेश में BJP के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल है। पार्टी ने सत्ता विरोधी माहौल को न्यूट्रलाइज करने के लिए गुजरात फॉर्मूले के तहत मनोहर लाल को हटाकर, नायब सिंह सैनी को ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया है। अब सैनी को इसी माहौल के बीच उपचुनाव जीतना होगा।
खट्टर रिकॉर्ड जीत से हो चुके विजय
2014 में करनाल विधानसभा सीट से पहली बार मैदान में उतरे मनोहर लाल खट्टर को 58.75% वोट मिले और वह 63773 वोट से जीते थे। उस समय यहां कुल 67.84% वोटिंग हुई और मनोहर लाल को कुल 82,485 वोट मिले।
यह उनके सामने मैदान में उतरे बाकी 6 कैंडिडेट को मिले कुल वोट से भी 26,674 वोट अधिक थे। बाकी 6 कैंडिडेट्स मिलकर 55,811 वोट ले पाए थे। मनोहर लाल के बाद दूसरे नंबर पर रहने वाले निर्दलीय जयप्रकाश के हिस्से में सिर्फ 18,712 वोट (13.33%) आए थे। यानी पंजाबी वोटरों ने एकजुट होकर मनोहर लाल के हक में मतदान किया।