Haryana News: हरियाणा में भीषण गर्मी का कहर, गर्मियों का सीजन शुरु होते ही स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
गर्मी आते ही मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए कई उपाय शुरू किए हैं। इस वर्ष, जागरूकता बढ़ाने के लिए जिले में सीएचसी और पीएचसी के लाइटेड डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं, जो डेंगू के लक्षणों और निवारक उपायों के बारे में जानकारी देते हैं। इसके अलावा विभाग ने डेंगू और मलेरिया के मद्देनजर सैंपलिंग और रैपिड टेस्ट भी शुरू कर दिए हैं.
डेंगू और मलेरिया के कारण सावधानी बरतनी जरूरी है। डेंगू के लक्षणों में बुखार, थकान, चक्कर आना, बार-बार बुखार आना और अधिक सर्दी लगना शामिल है, बारह लाख के खुले पानी का उपयोग करते समय ध्यान रखें। मलेरिया के लक्षणों में बुखार, अत्यधिक थकान, शरीर में दर्द और बुखार के साथ सांस लेने में कठिनाई शामिल हो सकती है।
स्वास्थ्य विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार, लोगों को अपने आसपास के इलाकों में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। खुद को मच्छरों से बचाने के लिए, पानी जमा होने वाले क्षेत्रों को साफ करें और घर के अंदर और बाहर मच्छरों से खुद को बचाने के लिए किसी मच्छर निरोधक का उपयोग न करें।
जिले में शुरुआती चरण में डेंगू और मलेरिया की जांच भी शुरू कर दी गई है। इस वर्ष अब तक लगभग 200 रैपिड टेस्ट और 300 डेंगू-मलेरिया परीक्षण किए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर उपलब्ध है। इस उपाय से बीमारी की समय पर पहचान और इलाज में मदद मिल सकती है।
फॉगिंग के जरिए डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए दवाओं की खरीद पर भी फैसला होना है। स्वास्थ्य विभाग और निगम के बीच एक निर्णय लिया जाएगा, जो लोगों के लिए सही और कारगर उपाय साबित हो सकता है.