Haryana News : हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान, सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में छुट्टी की घोषणा
हरियाणा में 5 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होना तय है। इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों बोर्ड निगम और शिक्षण संस्थानों में अवकाश की घोषणा की गई है ताकि हर नागरिक अपने मताधिकार का उपयोग कर सके। यह फैसला भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने किया है और इसके तहत सभी कर्मचारियों और कामगारों को अवकाश का सह भुगतान (Paid Leave) भी मिलेगा।
निर्वाचन आयोग की अधिसूचना
भारत निर्वाचन आयोग ने 5 अक्टूबर 2024 (शनिवार) को मतदान के दिन हरियाणा राज्य सरकार के अधीन आने वाले सभी विभागों बोर्ड निगम और शिक्षण संस्थानों में अवकाश की अधिसूचना जारी की है। इसके पीछे उद्देश्य यही है कि सभी लोग मतदान में भाग ले सकें। कर्मचारियों और कामगारों को उनके वेतन के साथ इस दिन अवकाश का लाभ दिया जाएगा।
अधिसूचना के अनुसार चुनाव के दिन राज्य सरकार के अधीन सभी कार्यालयों में कामकाज ठप रहेगा। इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव TVSN प्रसाद द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार न केवल सरकारी बल्कि सभी प्राइवेट संस्थानों दुकानों और फैक्ट्रियों में भी कर्मचारियों को छुट्टी दी जाएगी।
जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951 का नियम
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अधिसूचना में जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 135 बी का हवाला दिया गया है। इस नियम के तहत सभी निजी संस्थान फैक्ट्रियां और दुकानों को भी 5 अक्टूबर को छुट्टी देने का आदेश दिया गया है। इस छुट्टी का सह भुगतान किया जाएगा यानी कर्मचारियों को उनका वेतन बिना किसी कटौती के मिलेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि यह फैसला सुनिश्चित करने के लिए है कि हर नागरिक अपने मतदान के अधिकार का उपयोग कर सके। इस कदम से मतदान प्रतिशत को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। चुनाव आयोग द्वारा राज्यभर में शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए भी विशेष तैयारियाँ की गई हैं।
हरियाणा चुनाव के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था
5 अक्टूबर को मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग ने विशेष इंतजाम किए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की मदद से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। सभी मतदान केंद्रों पर CCTV कैमरों की निगरानी भी होगी ताकि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने मतदाताओं के लिए ऑनलाइन सुविधाएँ भी बढ़ा दी हैं ताकि मतदाता सूची में अपना नाम चेक करने से लेकर मतदान केंद्रों की जानकारी तक सभी प्रकार की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सके।
छुट्टी का उद्देश्य
इस अवकाश का मुख्य उद्देश्य यही है कि हर कर्मचारी को बिना किसी परेशानी के अपने मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिले। यह छुट्टी सभी सरकारी और निजी कर्मचारियों को दी जाएगी और उन्हें इसका पूरा वेतन भी दिया जाएगा। इसके अलावा यह निर्णय उन लोगों के लिए भी एक प्रोत्साहन के रूप में काम करेगा जो काम की व्यस्तता के कारण मतदान में भाग नहीं ले पाते हैं।