Kisan Mahapanchayat : हरियाणा में किसान महापंचायत का बड़ा फैसला, 3 अक्टूबर को पूरे देश में रोकी जाएंगी ट्रेनें
Rail Roko Andolan 2024 : हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रविवार 22 सितंबर 2024 को किसानों की एक महापंचायत आयोजित की गई जिसमें बड़े फैसले लिए गए। इस महापंचायत में तय किया गया कि 3 अक्टूबर 2024 को देशभर में रेलवे ट्रैक जाम किया जाएगा। किसान नेताओं ने इस बात का ऐलान किया कि आंदोलन का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर किए गए अत्याचारों का विरोध करना है। महापंचायत में सरवन सिंह पंधेर जगजीत सिंह डल्लेवाल और अमरजीत सिंह मोहड़ी जैसे बड़े किसान नेता मौजूद थे।
3 अक्टूबर को रेल ट्रैक जाम की योजना
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने घोषणा की कि 3 अक्टूबर को भारत भर में रेल ट्रैक 2 घंटे के लिए जाम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह विरोध हरियाणा सरकार द्वारा किसानों पर किए गए दमन का जवाब होगा। इस महापंचायत में किसानों को भाजपा सरकार की नीतियों और हरियाणा में किसानों पर हुए अत्याचारों के बारे में जागरूक किया गया। पंधेर ने कहा "हम हरियाणा के किसानों को याद दिला रहे हैं कि भाजपा सरकार ने किसानों के खिलाफ बल प्रयोग किया और कई किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। अब समय आ गया है कि हम इसके खिलाफ खड़े हों।"
भाजपा को चेतावनी
पंधेर ने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार के अत्याचार किसानों पर किए हैं उसका जवाब अब किसान देंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा की हार निश्चित है और किसान इसमें बड़ा योगदान देंगे। किसान नेता अमरजीत सिंह मोहड़ी ने भी सरकार को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में कोई भी राजनीतिक दल किसानों के साथ अन्याय करता है तो किसान एकजुट होकर उनके खिलाफ भी लड़ाई लड़ेंगे।
आंदोलन को मिलेगी और गति
किसान नेता अमरजीत सिंह मोहड़ी ने बताया कि यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है। आने वाले समय में इसे और भी अधिक तेज किया जाएगा। उनका कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ भाजपा के खिलाफ नहीं बल्कि उन सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ होगा जो सत्ता में आने के बाद किसानों के साथ अन्याय करेंगे। उन्होंने कहा "हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसान अपनी मांगों के लिए एकजुट रहें और किसी भी सरकार के दमन के खिलाफ मजबूती से खड़े हों।"
जींद में पहले ही हो चुकी है महापंचायत
इससे पहले जींद में भी किसानों ने एक महापंचायत का आयोजन किया था जिसमें विभिन्न राज्यों के किसान शामिल हुए थे। इस महापंचायत में दिल्ली की सीमाएं खोलने की मांग के साथ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई थी। आज पिपली गांव में हुई महापंचायत को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क था ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
आने वाले आंदोलन की तैयारी
महापंचायत में मौजूद सभी किसान नेताओं ने एकमत होकर कहा कि आने वाले समय में यह आंदोलन और भी बड़े स्तर पर होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि 3 अक्टूबर को 2 घंटे के लिए ट्रेनें रोकी जाएंगी और यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ हरियाणा तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे देश में फैलेगा।
किसानों की महापंचायत में यह भी फैसला लिया गया कि आने वाले समय में और भी पंचायतें आयोजित की जाएंगी ताकि किसानों को जागरूक किया जा सके और आंदोलन को और अधिक समर्थन मिल सके। किसानों का कहना है कि वे अपने अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं और भाजपा सरकार के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।