हरियाणा के पानीपत में लगी भीषण आग, स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए 40 दमकल गाड़ियां जुटी
यहां औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 25 में एक निर्यात इकाई में रविवार को भीषण आग लग गई। इमारत से काले धुएं के घने बादल उठते देख इलाके में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने के लिए 15 दमकल गाड़ियों को लगाया गया।
उन्होंने बताया कि किसी के घायल होने या हताहत होने की खबर नहीं है। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
पानीपत में रविवार की दोपहर बाद एक इंडस्ट्री में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। यह आग संदिग्ध परिस्थितियों में लगी जिसने कुछ ही पलों में विकराल रूप धारण कर लिया। फैक्ट्री के भीतर लगी इस आग पर काबू पाने के लिए पानीपत और आसपास के क्षेत्रों से दमकल विभाग की टीमों को बुलाया गया है लेकिन अभी तक आग पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया जा सका है।
फैक्ट्री में लगी इस आग के कारण आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दमकल विभाग की करीब 40 गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं। पानीपत के साथ-साथ करनाल सोनीपत और समालखा से भी दमकल की गाड़ियां बुलाई गई हैं।
पानीपत में लगी इस भीषण आग की स्थिति को देखते हुए दमकल विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग फैक्ट्री के अंदर संदिग्ध परिस्थितियों में लगी जिसकी चिंगारी ने कुछ ही सेकेंड में विकराल रूप ले लिया। आग इतनी तेजी से फैली कि फैक्ट्री के अंदर मौजूद किसी भी चीज को बाहर निकालने का मौका नहीं मिला।
फैक्ट्री के भीतर से निकाला गया गैस सिलेंडर
इस भीषण आग की घटना में फैक्ट्री के भीतर से एक गैस सिलेंडर को बाहर निकाला गया है। हालांकि आग की वजह से फैक्ट्री में कितना नुकसान हुआ है इसका अभी तक कोई आकलन नहीं हो सका है। दमकल विभाग की टीम लगातार आग बुझाने के प्रयास में जुटी हुई है लेकिन आग की तीव्रता और फैक्ट्री के भीतर फैले रसायनों की वजह से आग बुझाने में काफी मुश्किलें आ रही हैं।
आग के कारणों की जांच
फैक्ट्री में लगी इस भीषण आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग संदिग्ध परिस्थितियों में लगी है। इस घटना के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों के बीच भय का माहौल है।
दमकल विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम इस घटना की जांच कर रही है। आग के कारणों का पता लगाने के लिए फैक्ट्री के भीतर के उपकरणों और रसायनों की जांच की जा रही है। इसके अलावा फैक्ट्री के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि आग के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।