Sarso ka Bhav: सरसों में तेजी की गुंजाइश, ईरान-इजरायल तनाव का असर
mustard prices rise: अंतरराष्ट्रीय बाजार में चल रहे तनाव के कारण सरसों के भाव में और तेजी की संभावना बन रही है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने तिलहन फसलों पर सीधा असर डाला है। हालांकि, इस समय सरसों के भाव पहले ही उच्चतम स्तर पर हैं, फिर भी अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के कारण बाजार में और बढ़त देखने को मिल सकती है।
सरसों के स्टॉक और मुनाफावसूली की स्थिति
3 अक्टूबर 2024 तक की रिपोर्ट के अनुसार, मरूधर एजेंसी का दावा है कि किसानों और स्टॉकिस्टों के पास करीब 46 लाख टन सरसों का स्टॉक मौजूद है। इस बड़े स्टॉक के चलते अधिक तेजी की गुंजाइश कम है, लेकिन अगर ईरान-इजरायल तनाव और बढ़ता है, तो सरसों के भाव में और उछाल देखने को मिल सकता है। जयपुर में सरसों के भाव 7200 रुपये प्रति क्विंटल तक जाने की संभावना बनी हुई है। व्यापारियों को यहां मुनाफावसूली के मौके तलाशने चाहिए, क्योंकि बाजार में कभी भी गिरावट आ सकती है।
विदेशी बाजारों से आ रहे संकेत
मलेशिया और अमेरिका के बाजारों से भी तिलहन फसलों पर खासा असर पड़ रहा है। मलेशिया में पाम तेल के भाव में उतार-चढ़ाव जारी है, और विशेषज्ञों का मानना है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान पाम तेल का निर्यात घट सकता है, जिससे बाजार में सीमित तेजी देखने को मिल सकती है। मलेशिया का बाजार इस समय 4150-4200 रिंगिट के दायरे में कारोबार कर रहा है।
वहीं अमेरिका के बाजार में शिकागो में सोया तेल के भाव 2.21% तक बढ़ गए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी का माहौल बन रहा है। क्रूड तेल में भी तेजी का असर सरसों और अन्य तिलहन फसलों पर पड़ सकता है।
तेल और खल के भाव
गुरुवार को कच्ची घानी सरसों तेल और एक्सपेलर तेल दोनों के भाव 13 रुपये की बढ़त के साथ क्रमशः 1455 रुपये और 1445 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। हालांकि, सरसों खल के भाव स्थिर रहे और यह 2620 रुपये प्रति क्विंटल पर टिका रहा।
सरसों की आवक में कमी
गुरुवार को मंडियों में सरसों की आवक में भी कमी देखी गई। सरसों की कुल आवक 2.25 लाख बोरियों की रही, जो बुधवार को 3.50 लाख बोरियों तक थी। राजस्थान की मंडियों में 1.25 लाख बोरियां, उत्तर प्रदेश में 25 हजार, और पंजाब और हरियाणा में 10 हजार बोरियों की आवक हुई।
मंडियों में सरसों का भाव
जयपुर में गुरुवार को कंडीशन 42% सरसों का भाव 25 रुपये बढ़कर 7025 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। यह सीजन के उच्चतम भाव 7125 रुपये से मात्र 100 रुपये नीचे है। इसके अलावा, अन्य मंडियों में भी हलचल रही:
- गंगापुर सिटी: 6770 रुपये
- बरवाला: 6200 रुपये
- हिसार: 6200 रुपये
- सिवानी: 6450 रुपये
- ग्वालियर: 6500 रुपये
- मुरैना: 6150 रुपये
- दिल्ली: 6700 रुपये
- चारखी दादरी: 6675 रुपये
प्लांटों के रेट
सलोनी प्लांट में सरसों के भाव 7650 रुपये रहे, जबकि गोयल कोटा प्लांट ने अपने भाव 50 रुपये घटाकर 6850 रुपये कर दिए। अदानी बूंदी और अलवर प्लांट ने सरसों के भाव में 50 रुपये की बढ़ोतरी की, जिससे भाव 7100 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
सरसों के बाजार में आगे की स्थिति
अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले संकेतों के अनुसार, आने वाले दिनों में सरसों के भाव में उछाल की संभावना बनी रह सकती है, खासकर अगर ईरान-इजरायल तनाव जारी रहता है। हालांकि, बड़े स्टॉक और मुनाफावसूली की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव भी जारी रहेगा। व्यापारियों को इस स्थिति में सावधानी बरतते हुए स्टॉप लॉस की रणनीति अपनानी चाहिए।