trendsofdiscover.com

सिरसा: छठी कक्षा से ही वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई करेंगे विद्यार्थी, सीबीएसई ने 33 वोकेशनल कोर्सकिए अनिवार्य

अधिकारियों के अनुसार, किन्हीं दो विषयों पर वोकेशनल कोर्स का चुनाव कर सकते हैं। दसबीं तक बोकेशनल कोर्स करने वाले विद्यार्थी आने वाले समय में कॉलेजों में भी वोकेशनल कोर्स को एक विषय के रूप में पढ़ सकेंगे। कॉलेजों में भी वोकेशनल कोर्स नई शिक्षा नीति के तहत लागू हो चुके हैं। 
 | 
Vocational Course

Vocational Course: जिला के सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी अब सामान्य पाठ्यक्रम के साथ वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई करेंगे नए शिक्षा सत्र में कक्षा छठी से ही इसे लागू किया जा रहा है। बोर्ड की ओर से 33 बवोकेशनल कोर्स को स्कूलों को जारी किया गया है। जिसमें से अपनी इच्छा से किन्हीं दो कोर्स का चुनाव कर सकते हैं सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा छठी के विद्यार्थियों के लिए अब नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 से वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई अनिवार्य होगी। 

हालांकि,अभी विद्यार्थी अपनी इच्छा के अनुसार वोकेशनल कोर्स का चयन कर सकेंगे इसके लिए सीबीएसई की ओर से 33 वोकेशनल कोर्स की सूची दी गई है। इनमें रिटेल सर्विस, फाइनेंस, ट्रांसपोर्टेशन, बीमा, आईटी, बैंकिंग, टूरिज्म, होटल प्रबंधन, फैशन डिजाइनिंग, स्वास्थ्य, नर्सिंग, मीडिया मैनेजमेंट और प्रोडक्शन आदि शामिल है। 

अधिकारियों के अनुसार, किन्हीं दो विषयों पर वोकेशनल कोर्स का चुनाव कर सकते हैं। दसबीं तक बोकेशनल कोर्स करने वाले विद्यार्थी आने वाले समय में कॉलेजों में भी वोकेशनल कोर्स को एक विषय के रूप में पढ़ सकेंगे। कॉलेजों में भी वोकेशनल कोर्स नई शिक्षा नीति के तहत लागू हो चुके हैं। 

जानकारी के अनुसार वोकेशनल कोर्स की 70 प्रतिशत पढ़ाई प्रैक्टिकल होगी और 30 प्रतिशत थ्योरी होगी। कक्षा छठी से ही छात्रों को वोकेशनल कोर्स को वैकल्पिक की जगह अनिवार्य रूप से करने की वजह यह है कि छठी से ही विद्यार्थियों को रोजगार की दिशा दी जा सके।

वैसे पहले सीबीएसई वोकेशनल कोर्स को वैकल्पिक विषय के रूप में विद्यार्थियों को मुहैया करवा रहा था, ऐसे में कई शिक्षक और विद्यार्थी कोर्स को उतना महत्व नहीं देते, जितना कि विज्ञान, गणित, अंग्रेजी जैसे विषयों को दिया जाता है। इसको लेकर अब सीबीएसई की ओर से वोकेशनल कोर्स को अनिवार्य किया गया है।

इन कोर्स को किया जया है शामिल

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्यूटी एंड वेलनेस, डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन, फाइनेंशियल लिटरेसी, हैंडीक्राफ्ट, इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग, मास मीडिया, ट्रेवल एंड टूरिज्म, कोडिंग, डाटा साइंस, डिजिटल सिटीजनशिप, लाइफ साइकिल, छ्ज्र में दवा कैसे रखते हैं | ह्यूमिनिटी, मास्क मेकिंग, ग्राफिक बुक, रॉकेट, ब्लॉक प्रिंटिंग एवं कढ़ाई आदि शामिल हैं।

सुविधाओं के होगा निर्धारण

प्रत्येक विद्यालय हर प्रबंधन समिति की बैठक बुलाकर विद्यालय में उपलब्ध कमरों एवं अन्य ढांचागत सुविधाओं के मद्देनजर सीटों का निर्धारण करेंगे तथा जन अवलोकनार्थ रखेंगे। इन उपलब्ध सीटों पर ही दाखिला दिया जाएगा। एसएमसी की पहली बैठक इसी सप्ताह आयोजित की जानी है।

इन कक्षाओं में होगा दाखिला

प्रत्येक विद्यालय द्वारा विद्यालय में उपलब्ध कमरों एवं अन्य ढांचागत सुविधाओं के मद्देनजर एसएमसी की बैठक में निर्णय लेकर कक्षा पहली, छठी, नौंवी तथा 7वीं में अंग्रेजी माध्यम में ही नए दाखिले किए जाएंगे। अन्य कक्षाओं में दाखिले केवल सीटें रिक्त होने की अवस्था में ही किए जाएंगे कक्षा 7वीं में दाखिले के संदर्भ में विद्यालय में पहले से पढ़ रहे विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जानी है।

मॉडल संस्कृति स्कूलों में 20 अप्रैल तक होंगे दाखिले

वहीं, राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों में आवेदन व दाखिला प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हो चुकी है जो 20 अप्रैल तक जारी रहेगी | वहीं, 22 अप्रैल को ड्रा निकाला जाएगा जबकि प्रतीक्षा सूची के तहत दाखिला 26 अप्रैल को होगा। सीटें खाली रहने की स्थिति में दाखिले का दूसरा दौर 27 अप्रैल से शुरू होगा। 

मॉडल संस्कृति स्कूलों में आवेदन व दाखिला प्रक्रिया को लेकर विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सभी शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए थे विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने करीब 20 दिन पहले प्रदेश के सभी डीईओ, डीईईओ, डीपीसी, बीईओ, मॉडल संस्कृति स्कूलों के मुखिया एवं एसएमसी अध्यक्ष को राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों तथा राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालयों में आवेदन एवं दाखिला प्रक्रिया के संदर्भ में जारी किए निर्देशों में कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीबीएसई बोर्ड से संबद्धता प्राप्त हैं अथवा इनकी संबद्धता सीबीएसई से करवाई जानी है। इन विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके साथ-साथ महाग्रामों, कस्बों तथा शहरों में राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय भी चलाए जा रहे हैं। इन विद्यालयों में सत्र 2024-25 हेतु दाखिला प्रक्रिया की जानी है।

Latest News

You May Like