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Share market : वैश्विक बाजारों में तेजी का असर, सेंसेक्स ने पहली बार पार किया 84,000 अंकों का आंकड़ा

वैश्विक बाजारों में हो रही तेजी का सीधा संबंध अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती से है। चार साल से अधिक समय के बाद फेडरल रिजर्व ने यह फैसला लिया जिसका प्रभाव पूरी दुनिया के वित्तीय बाजारों पर पड़ा है। भारत में भी निवेशकों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए शेयर बाजार में अपनी पूंजी लगाई जिससे बाजार में तेजी आई।
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शुक्रवार को वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते भारतीय घरेलू सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ने अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। यह पहली बार है जब सेंसेक्स ने 84000 अंकों का आंकड़ा पार किया है जो निवेशकों के लिए संकेत है। बीएसई (BSE) का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 439.75 अंक की तेजी के साथ 83624.55 अंक पर खुला। कुछ समय बाद सुबह 11.17 बजे सेंसेक्स ने 1004 अंकों की उछाल के साथ 84189 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान निफ्टी भी 296 अंक बढ़कर 25711 अंक पर था।

वैश्विक बाजारों का प्रभाव

वैश्विक बाजारों में हो रही तेजी का सीधा संबंध अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती से है। चार साल से अधिक समय के बाद फेडरल रिजर्व ने यह फैसला लिया जिसका प्रभाव पूरी दुनिया के वित्तीय बाजारों पर पड़ा है। भारत में भी निवेशकों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए शेयर बाजार में अपनी पूंजी लगाई जिससे बाजार में तेजी आई।

सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से 28 कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई। इस दौरान बैंक आईटी मेटल हेल्थ फॉर्मा रियल्टी मीडिया और ऑटो जैसे सभी प्रमुख सेक्टर्स में सकारात्मक गतिविधियाँ देखी गईं। विशेष रूप से जेएसडब्ल्यू स्टील टाटा स्टील महिंद्रा एंड महिंद्रा लार्सन एंड टूब्रो बजाज फिनसर्व आईसीआईसीआई बैंक पावर ग्रिड नेस्ले भारती एयरटेल अदाणी पोर्ट्स और मारुति के शेयरों में जबरदस्त खरीदारी हुई। वहीं टीसीएस और एनटीपीसी के शेयरों में थोड़ी गिरावट आई।

स्मॉल और मिड कैप में उछाल

बाजार के अन्य वर्गों की बात करें तो बीएसई स्मॉल और मिड कैप में भी भारी उछाल देखने को मिला। स्मॉल कैप में 500 अंकों से अधिक की तेजी आई जबकि मिड कैप में 200 अंकों की वृद्धि हुई। यह दर्शाता है कि निवेशक विभिन्न कंपनियों में दीर्घकालिक निवेश के लिए उत्सुक हैं।

एशियाई बाजारों का प्रदर्शन

एशियाई बाजारों की स्थिति भी सकारात्मक रही। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी जापान का निक्की-225 और हांगकांग का हैंगसेंग सभी फायदे में रहे जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। अमेरिकी बाजार भी सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे जो वैश्विक निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत था।

Edited by : Satbir Singh

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