2025 तक तैयार हो जाएंगे देश के ये 21 नए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, जानें किस शहर को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा
भारत में सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा देशभर में 21 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे (21 Green Field Expressways) का निर्माण किया जा रहा है जो भविष्य में यात्रा को बेहद सुविधाजनक और त्वरित बनाने वाला है। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण (construction of expressways in india) के बाद देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाली सड़कें न केवल बेहतर होंगी बल्कि यात्री समय की बचत भी कर सकेंगे। इन एक्सप्रेसवे में से कुछ पहले से ही तैयार हो चुके हैं जबकि बाकी पर काम तेज़ी से चल रहा है।
साल 2022 से इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ था और 8288 किलोमीटर लंबाई वाले 21 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रगति पर है। 2025 तक इनमें से 9 एक्सप्रेसवे पूरी तरह तैयार हो जाएंगे जिनकी कुल लंबाई 2777 किलोमीटर होगी। इन एक्सप्रेसवे के तैयार होने से देशभर के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा करना न केवल सरल होगा बल्कि यात्रा समय में भी कमी आएगी।
इन एक्सप्रेसवे पर हो चुकी है शुरुआत
- अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे
- बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
- कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
- अंबाला-कोटपुतली एक्सप्रेसवे
इन एक्सप्रेसवे पर वाहन तेज़ी से दौड़ रहे हैं और यात्री इन सड़कों का इस्तेमाल करके अपनी यात्रा को आसान बना रहे हैं। ये एक्सप्रेसवे न केवल सड़क नेटवर्क में सुधार लाते हैं बल्कि देश की आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देते हैं।
मार्च 2025 तक होंगे तैयार होने वाले एक्सप्रेसवे
सड़क परिवहन मंत्रालय ने बताया है कि मार्च 2025 तक 9 अन्य ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे। इन परियोजनाओं में हैदराबाद-विजयवाड़ा नागपुर-विजयवाड़ा दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून और कोटा-उज्जैन-इंदौर जैसे प्रमुख एक्सप्रेसवे शामिल हैं।
इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद देश के प्रमुख आर्थिक केंद्रों के बीच यात्रा और व्यापार की सुविधा और भी बेहतर हो जाएगी। विशेष रूप से दिल्ली से देहरादून और दिल्ली से अमृतसर के बीच यात्रा के समय में भारी कमी आएगी जिससे इन शहरों के बीच संपर्क और आसान हो जाएगा।
भविष्य में तैयार होने वाले एक्सप्रेसवे
कुछ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण अभी भी प्रगति पर है और उन्हें 2025-2026 तक तैयार किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक बेंगलुरू-विजयवाड़ा और वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे 2026-2027 तक बनकर तैयार हो जाएंगे। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद देशभर में सड़क परिवहन का स्तर एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा।
साथ ही 2026 तक देशभर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाले और भी कई एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएंगे जिनसे यात्रा न केवल तेज़ होगी बल्कि अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक भी हो जाएगी। इन एक्सप्रेसवे का उद्देश्य यात्रियों को बेहतरीन और सस्ती यात्रा सुविधा उपलब्ध कराना है।
सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा बनाए जा रहे 21 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की सूची
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे
- बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
- कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
- अंबाला-कोटपुतली एक्सप्रेसवे
- अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे
- रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
- हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
- यूआर सेकेंड एक्सप्रेसवे
- चित्तौड़-थैचूर एक्सप्रेसवे
- बेंगलुरू रिंग रोड एक्सप्रेसवे
- दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे
- दुर्ग-रायपुर-आरंग एक्सप्रेसवे
- सूरत-नासिक-अहमदाबाद एक्सप्रेसवे
- सोलापुर-कुरनूल-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे
- कोटा-उज्जैन-इंदौर एक्सप्रेसवे
- बेंगलुरू-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे
- वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे
- नागपुर-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे
ये एक्सप्रेसवे भारतीय सड़क नेटवर्क में एक बड़ी क्रांति लाने जा रहे हैं। इनके बन जाने के बाद यात्री बहुत ही कम समय में लंबी दूरी तय कर सकेंगे और यात्राएं अधिक सुरक्षित और आरामदायक होंगी।