'हम रेल बनाने वाले लोग नहीं...', रेल सुरक्षा के सवाल पर रेल मंत्री का जवाब
रेल मंत्री: मंत्री ने बताया कि 558 रनिंग रूम और 7000 लोको कैब में एसी लगाए गए हैं. उन्होंने विपक्ष को संबोधित करते हुए आगे कहा, "जो लोग चिल्ला रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि पिछले 58 सालों में एक किलोमीटर लाइन पर भी ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन क्यों नहीं लगाया गया? अब उनकी हिम्मत कैसे हुई पूछने की?"
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में विपक्ष को उस वक्त जवाब दिया जब रेलवे से सिलसिलेवार हादसों को लेकर सवाल किया गया. रेलवे की बदइंतजामी को लेकर जब मोदी सरकार पर उंगली उठ रही है तो अश्विनी वैष्णव ने सवाल उठाया कि पिछली सरकार के दौरान इस पहलू पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया. विपक्ष पर निशाना साधते हुए रेल मंत्री ने कहा, 'हम रेल बनाने वाले लोग नहीं हैं, हम काम करने वाले लोग हैं.'
गुरुवार को मंत्री ने लोकसभा में रेलवे सुरक्षा पर भाषण पेश किया. उनके भाषण के बीच में ही विपक्ष ने शोर मचाना शुरू कर दिया और संसद में हंगामा हो गया. उस समय अश्विनी वैष्णव ने जोरदार विरोध किया. उस समय रेल मंत्री ने यह भी बताया था कि लोको पायलटों के लिए क्या किया गया है. उन्होंने कहा कि लोको पायलट कितने समय तक आराम करेंगे इसकी नीति 2005 में बनी थी, 2016 में नीति में सुधार किया गया और कुछ अतिरिक्त लाभ दिये गये.
मंत्री ने बताया कि 558 रनिंग रूम और 7000 लोको कैब में एसी लगाए गए हैं। उन्होंने विपक्ष को संबोधित करते हुए आगे कहा, 'जो लोग चिल्ला रहे हैं, उन्हें बताना होगा कि पिछले 58 सालों में एक किलोमीटर लाइन पर भी ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन क्यों नहीं लगाया गया?' अब उनकी पूछने की हिम्मत कैसे हुई?"
रेल मंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैला रही है, जिससे यात्री लगातार डरे हुए हैं. साथ ही मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द ही 2,500 जनरल कोच बनाए जाएंगे, जिन्हें एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों में लगाया जाएगा.