डेंगू के बढ़ते खतरे से हरियाणा में मचा हड़कंप, Sirsa में 11 वर्षीय बच्ची की मौत
Sirsa में डेंगू के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं जिससे नागरिकों में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार शहर में मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए नगर परिषद को फॉगिंग करने का निर्देश जारी किया गया है। नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार नागरिक अस्पताल की रिपोर्ट के आधार पर फॉगिंग की जाती है और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी उस दौरान मौजूद रहती है।
हरियाणा में डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। ताजा मामला Sirsa जिले का है जहां डेंगू के संक्रमण से 11 साल की बच्ची की मौत का दुखद समाचार सामने आया है। यह घटना 11 नवंबर की है जब बच्ची का अंतिम संस्कार शहर की शिवपुरी में किया गया। बच्ची का इलाज Sirsa के सूरतगढ़िया स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था जहां से उसके डेंगू संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। स्वास्थ्य विभाग इस मामले में डेंगू के संभावित कारण मानकर चल रहा है लेकिन अधिकारी अभी भी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेंद्र भादू ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और अन्य रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में फॉगिंग की प्रक्रिया भी तेज की जाएगी, जिससे डेंगू के मच्छरों का प्रकोप कम हो सके।
Sirsa में डेंगू की स्थिति
Sirsa में डेंगू के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं जिससे नागरिकों में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार शहर में मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए नगर परिषद को फॉगिंग करने का निर्देश जारी किया गया है। नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार नागरिक अस्पताल की रिपोर्ट के आधार पर फॉगिंग की जाती है और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी उस दौरान मौजूद रहती है। Sirsa में जैसे ही 11 वर्षीय बच्ची की डेंगू से मौत की खबर फैली, लोगों में भय और तनाव का माहौल बन गया। डेंगू के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए शहर के वार्ड की पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने अधिकारियों से तुरंत फॉगिंग कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
डेंगू से बचाव के लिए जरूरी कदम
डेंगू मच्छरों से फैलने वाला एक संक्रामक रोग है जो विशेष रूप से मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने से ही नियंत्रित किया जा सकता है। डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। मच्छर पानी में अंडे देते हैं और वहीं से उनकी संख्या बढ़ती है। इसके अलावा घरों में मच्छरदानी का उपयोग और अपने आस-पास फॉगिंग करवाने के लिए प्रशासन से संपर्क करना भी प्रभावी उपायों में शामिल है।
डेंगू के लक्षण और इससे बचाव के उपाय
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, कमजोरी और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू के मामलों को रोकने के लिए सावधानी और स्वच्छता बनाए रखना सबसे अच्छा तरीका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मच्छर-जनित बीमारियों से निपटने के लिए सार्वजनिक और व्यक्तिगत प्रयासों की आवश्यकता है। नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों के आसपास गंदगी न फैलने दें और ठहरे हुए पानी को तुरंत हटाएं। कई जगहों पर सामुदायिक कार्यकर्ताओं की टीमें लोगों को डेंगू से बचने के उपायों के बारे में जागरूक कर रही हैं।
Sirsa के नागरिकों की सुरक्षा के लिए क्या कर रहा प्रशासन?
डेंगू के प्रकोप के बीच Sirsa नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार जैसे ही किसी इलाके में डेंगू के मामले सामने आते हैं वहां फॉगिंग की जाती है ताकि मच्छरों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके। Sirsa की घटना के बाद नगर परिषद ने पूरे शहर में फॉगिंग की योजना बनाई है और इसे जल्द से जल्द लागू करने का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि Sirsa में साफ-सफाई के उपायों को प्राथमिकता दी जा रही है और सार्वजनिक स्थानों पर मच्छरों के नियंत्रण के लिए फॉगिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नियमित रूप से उन क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं जहां डेंगू के मच्छरों के प्रजनन की संभावना है।
आम जनता से प्रशासन की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने घरों और आसपास के स्थानों में पानी न जमा होने दें। छतों पर रखे गमले, टायर और अन्य पानी जमा होने वाले स्थानों को साफ करें। इसके अलावा मच्छरदानी का उपयोग करें और अपने शरीर को मच्छरों के काटने से बचाने के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव के लिए सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त परामर्श और दवा सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। विशेषज्ञों ने कहा है कि समय पर उपचार करवाने से इस बीमारी से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है।
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