आयुष्मान भारत योजना के तहत हरियाणा में बनेंगे 198 वेलनेस सेंटर, इन बीमारियों की होगी निशुल्क जांच
सरकार की ओर से इन केंद्रों के लिए लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) को बजट जारी कर दिया गया है। अधिकतर उप स्वास्थ्य केंद्रों को वेलनेस सेंटर में बदला जाएगा। इन केंद्रों में गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और किशोरों की स्वास्थ्य देखभाल समेत 12 प्रकार की चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
हरियाणा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के तहत हरियाणा में 198 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (Health and Wellness Center) स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक सेंटर के भवन निर्माण पर 40 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इनमें सबसे अधिक सेंटर रेवाड़ी (45), पानीपत (24) और जींद (21) जिलों में बनाए जाएंगे।
आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
सरकार की ओर से इन केंद्रों के लिए लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) को बजट जारी कर दिया गया है। अधिकतर उप स्वास्थ्य केंद्रों को वेलनेस सेंटर में बदला जाएगा। इन केंद्रों में गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और किशोरों की स्वास्थ्य देखभाल समेत 12 प्रकार की चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मुफ्त जांच और डिजिटल रिकॉर्ड की सुविधा
हर सेंटर पर डिजिटल और फिजिकल रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए दो टैबलेट दिए जाएंगे। 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों की मुफ्त जांच (Free checkup for diseases) की जाएगी। इससे नागरिक अस्पतालों में मरीजों की संख्या कम होगी और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को उनके नजदीक मिलेंगी।
ग्रामीणों के लिए बड़ा लाभ
ग्रामीण इलाकों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनने से गर्भवती महिलाओं को हर महीने अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। साथ ही बुजुर्गों और बच्चों को अपने नजदीक ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। बुखार, खांसी, बीपी और शुगर जैसे सामान्य रोगों के लिए भी प्राथमिक उपचार आसानी से उपलब्ध होगा।
जींद जिले में 21 नए वेलनेस सेंटर
जींद जिले के 21 गांवों जैसे बराह कलां, पड़ाना, पिंडारा, अलेवा आदि में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए जाएंगे। इन भवनों के निर्माण पर करीब 8.40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पूरे प्रदेश में 79.20 करोड़ रुपये की लागत से ये परियोजना पूरी होगी। इन केंद्रों पर मातृत्व स्वास्थ्य, टीकाकरण, किशोर स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, ओरल हेल्थ, योगा और काउंसिलिंग जैसी सेवाएं दी जाएंगी। गंभीर बीमारियों जैसे ओरल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जाएगा।
बीमारियों की स्क्रीनिंग पर जोर
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए इन सेंटरों पर लोगों की बीमारियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। हेल्थ वर्कर्स घर-घर जाकर सर्वे करेंगे और लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक करेंगे।
जिलेवार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की संख्या
रेवाड़ी: 45
पानीपत: 24
जींद: 21
रोहतक: 15
झज्जर: 17
भिवानी: 12
कैथल: 10
पलवल: 9
कुरुक्षेत्र: 10
यमुनानगर: 5
महेंद्रगढ़: 2
फतेहाबाद: 2
कुल: 198 वेलनेस सेंटर।
ग्रामीण इलाकों में नई शुरुआत
इन वेलनेस सेंटरों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। खासतौर पर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को अपने गांव में ही बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी। इससे नागरिक अस्पतालों की ओपीडी में भीड़ कम होगी और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।