हरियाणा में 5700 करोड़ रुपये की लागत से बिछेगी नई रेलवे लाइन, किसानों को मिलेगा करोड़ों का मुआवजा
हरियाणा के कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (Kundli-Manesar-Palwal Expressway) के साथ-साथ इस रेलवे लाइन के निर्माण से न केवल सोनीपत (Sonipat), पलवल (Palwal), मानेसर (Manesar) और नूंह (Nuh) जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ा जाएगा बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी सहायक होगा।
हरियाणा (Haryana) में एक बड़ी परियोजना का आगाज होने जा रहा है जिसके तहत राज्य में 126 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन (Railway Line) बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है और भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) का काम भी शुरू हो चुका है। बताया जा रहा है कि इस रेलवे लाइन को बिछाने में कुल 5700 करोड़ रुपये की लागत आएगी जो कि हरियाणा के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।
हरियाणा के कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (Kundli-Manesar-Palwal Expressway) के साथ-साथ इस रेलवे लाइन के निर्माण से न केवल सोनीपत (Sonipat), पलवल (Palwal), मानेसर (Manesar) और नूंह (Nuh) जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ा जाएगा बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी सहायक होगा। इसके लिए कुल 441.47 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है जिसके लिए 1419.24 करोड़ रुपये का मुआवजा (Compensation) बांटा जा रहा है।
हरियाणा सरकार के इस बड़े कदम से इन क्षेत्रों में न केवल परिवहन (Transportation) की सुविधा बढ़ेगी बल्कि यह लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार करेगा। मुख्य सचिव संजीव कौशल (Sanjeev Kaushal) द्वारा इस परियोजना की समीक्षा की गई और अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुआवजा वितरण के कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए। इसके साथ ही अधिकारियों को भूमि अधिग्रहण के बाकी कार्यों को जल्द खत्म करने का भी आदेश दिया गया है।
5700 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण
हरियाणा ऑरबिट रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट (Haryana Orbit Rail Corridor Project) राज्य के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना साबित हो सकती है। यह रेलवे लाइन पलवल (Palwal) से सोनीपत (Sonipat) तक होगी जो न केवल परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देगी, बल्कि व्यापार (Business) और उद्योग (Industry) के क्षेत्र में भी सुधार ला सकती है। इस परियोजना के तहत हरियाणा के प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ने का कार्य शुरू हो गया है जिससे इन इलाकों के विकास में तेजी आएगी।
इसके अलावा इस परियोजना से जुड़े अधिकारी नियमित रूप से भूमि अधिग्रहण की स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। जिन क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है वहां मुआवजा वितरण भी किया जा चुका है। अब अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य उन क्षेत्रों में मुआवजा बांटने का है जहां भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है ताकि परियोजना की गति बनी रहे।
इससे न केवल यातायात (Traffic) का दबाव कम होगा बल्कि राज्य के अन्य विकास कार्यों को भी गति मिलेगी। परियोजना का दायरा बहुत व्यापक है और इससे हरियाणा राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की संभावना है। खासकर उन इलाकों में जहां अभी तक रेल सुविधा का अभाव था, वहां यह रेलवे लाइन एक नए युग की शुरुआत करेगी।
रेलवे लाइन के द्वारा बनने वाले नए अवसर
पलवल-सोनीपत रेलवे लाइन परियोजना (Palwal-Sonipat Railway Line Project) से न केवल उन शहरों में आवागमन (Commute) में सुधार होगा बल्कि यह क्षेत्र के व्यापार और शिक्षा (Education) के क्षेत्र में भी नई संभावनाएं खोलेगा। यह परियोजना हरियाणा के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों तक की विकास प्रक्रिया में सहायक होगी। इसके साथ ही मुआवजे की राशि के वितरण से प्रभावित परिवारों को भी लाभ मिलेगा।
इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि इस रेलवे लाइन का निर्माण न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि इससे रोजगार (Employment) के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। रेलवे लाइन का निर्माण स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए दरवाजे खोलेगा और इससे राज्य की समृद्धि (Prosperity) में भी योगदान मिलेगा।
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रक्रियाएं शीघ्रता से पूरी की जाएं ताकि प्रोजेक्ट की समयबद्धता में कोई विघ्न न आए। उन्होंने कहा कि यह परियोजना हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।