Breaking News

राजस्थान के इस जिले वालों का इंतजार हुआ खत्म! 48 साल बाद इन गांवों को मिलेगा शहर का दर्जा

शहर के विकास और विस्तार की यह प्रक्रिया स्थानीय निकाय विभाग (DLB) के निर्देशों के अनुसार संचालित हो रही है। प्रस्तावित योजना के तहत नगर परिषद की सीमा अब हनुमानगढ़ रोड पर नाथ चौक, सूरतगढ़ रोड पर किसान चौक, पदमपुर रोड पर बाइपास और हिन्दुमलकोट रोड पर तीन पुली तक विस्तारित होगी।

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में लंबे समय से प्रतीक्षित शहरीकरण (Urbanization) की प्रक्रिया ने आखिरकार गति पकड़ी है। अब, 48 वर्षों बाद जिला प्रशासन ने नगर परिषद की सीमा में बढ़ोतरी (Boundary Expansion) की योजना तैयार की है जो शहर के विकास (Urban Development) के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस विस्तार में न केवल नए ग्रामीण क्षेत्रों को शहर में शामिल किया जाएगा, बल्कि शहरी संरचना (Urban Infrastructure) को भी बेहतर बनाया जाएगा।

Salary Hike : केंद्रीय कर्मचारियों की चांदी! 18 हजार से सीधे 34,560 होगी सैलरी

शहर के विकास और विस्तार की यह प्रक्रिया स्थानीय निकाय विभाग (DLB) के निर्देशों के अनुसार संचालित हो रही है। प्रस्तावित योजना के तहत नगर परिषद की सीमा अब हनुमानगढ़ रोड पर नाथ चौक, सूरतगढ़ रोड पर किसान चौक, पदमपुर रोड पर बाइपास और हिन्दुमलकोट रोड पर तीन पुली तक विस्तारित होगी। परिसीमन कमेटी के सदस्य सिद्धार्थ जांदू के अनुसार, इस प्रक्रिया में 65 वार्डों को पुनर्गठित कर 50 वार्डों में सीमित किया जाएगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और सुगमता आएगी।

क्या-क्या होगा शामिल?

परिसीमन (Delimitation) योजना के तहत कई ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी सीमा में शामिल किया जा रहा है। इनमें गोविंद नगर, लायपुर फार्म, बसंत विहार, चक 4 जैड, और रिद्धि सिद्धि कॉलोनी प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों में अब शहरी सुविधाएं (Urban Amenities) जैसे सड़कें, जल निकासी प्रणाली, और स्वच्छता सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अतिरिक्त, किसान चौक से पदमपुर बाइपास तक का क्षेत्र भी शहरी सीमा में शामिल होगा।

इस योजना के अनुसार, 21,560 ग्रामीण निवासियों को शहरी नागरिक (Urban Citizens) के रूप में मान्यता मिलेगी। यह कदम न केवल इन निवासियों की जीवनशैली में सुधार करेगा, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था (Urban Economy) को भी मजबूत करेगा।

48 साल बाद श्रीगंगानगर को मिलेगा बड़ा बदलाव

श्रीगंगानगर की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो 48 वर्षों से नगर परिषद की सीमा में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस बार सरकार ने स्थानीय निकाय चुनावों से पहले इस दिशा में कदम बढ़ाया है। डीएलबी द्वारा जारी आदेश में छह ग्राम पंचायतों के आंशिक हिस्सों को नगर परिषद सीमा में शामिल करने की मंजूरी दी गई है। इससे न केवल शहर का आकार बढ़ेगा, बल्कि विकास योजनाएं भी तेजी से लागू की जा सकेंगी।

यूपी के इस इलाके में जल्द होगी 60 किमी नई रेल पटरी तैयार, इन 11 स्टेशनों का होगा कायाकल्प

परिसीमन के तहत सूरतगढ़ रोड पर वीके सिटी कॉलोनी, पदमपुर रोड पर चक 5 ए गुरुद्वारा, और तीन पुली क्षेत्र को भी वार्ड सीमा में शामिल किया जाएगा। यह योजना श्रीगंगानगर की जनता को आधुनिक शहरी सुविधाओं का लाभ प्रदान करेगी। हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! ब्रेकिंग न्यूज के लिए अभी हमारे व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button