हरियाणा में 24 घंटे के अंदर सीएम सैनी लिए तीन बड़े फैसले, लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों का होगा समाधान
सीएम सैनी की सबसे महत्वपूर्ण घोषणाओं में से एक फतेहाबाद शाखा नहर पर कुटियाना डिस्ट्रीब्यूटरी चैनल (Kutiya Distributor Channel) का पुनरुद्धार शामिल है। पेड़ों से जुड़ी बाधाओं के कारण वर्षों से रुकी हुई यह परियोजना आखिरकार आगे बढ़ रही है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Chief Minister Nayab Singh Saini) ने महज 24 घंटे के भीतर तीन अहम फैसले लिए हैं, जिनसे राज्य के कई इलाकों को राहत मिली है। हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) प्रचार के दौरान सीएम सैनी ने जींद के गांवों में पानी की किल्लत दूर करने का वादा किया था। इस वादे पर अमल करते हुए उन्होंने जिले के सात गांवों के लिए नहर आधारित पेयजल आपूर्ति (Haryana Drinking Water Supply) परियोजनाओं को मंजूरी दी है जिससे निवासियों को बहुत जरूरी समाधान मिल गया है।
इस योजना के तहत खरखड, कसून, मोहनगढ़, कुचराना कलां, थुआ और छतर सहित कई गांवों को अब पानी के आउटलेट कनेक्शन (water outlet connection) से लाभ मिलेगा। नई नहर आधारित जल आपूर्ति परियोजना का लक्ष्य अगले 15 वर्षों में वर्तमान जल हानि को 25% से घटाकर 20% करना है जिससे जल संसाधनों का अधिक कुशल वितरण सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने फतेहाबाद ब्रांच नहर (Fatehabad Branch Canal) पर स्थित कुटियाना डिस्ट्रीब्यूटरी चैनल के जीर्णोद्धार के लिए 1,132.31 लाख रुपये के बजट को मंजूरी दी है।
पेड़ों की कटाई के बाद नहर का नवीनीकरण कार्य आगे बढ़ा
सीएम सैनी की सबसे महत्वपूर्ण घोषणाओं में से एक फतेहाबाद शाखा नहर पर कुटियाना डिस्ट्रीब्यूटरी चैनल (Kutiya Distributor Channel) का पुनरुद्धार शामिल है। पेड़ों से जुड़ी बाधाओं के कारण वर्षों से रुकी हुई यह परियोजना आखिरकार आगे बढ़ रही है। वन विभाग ने अब चैनल के मार्ग में बाधा डालने वाले पेड़ों को हटाने की मंजूरी दे दी है जिससे लंबे समय से लंबित काम शुरू हो सकेगा।
यह चैनल कई वर्षों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है जिससे आस-पास के क्षेत्रों के किसान और ग्रामीण अपने हक के पानी से वंचित हैं। हालाँकि, इस परियोजना के लिए ₹1,132.31 लाख की प्रशासनिक स्वीकृति इन निवासियों के लिए आशा की किरण है। पुनर्वास से इस चैनल पर निर्भर सभी गाँवों को नियमित और अधिकृत जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
उजिना डायवर्सन नाले पर पुलों का पुनर्निर्माण
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित एक अन्य प्रमुख पहल उजिना डायवर्सन ड्रेन पर पुलों का पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण है। सरकार ने इस उद्देश्य के लिए ₹1,072.67 लाख आवंटित किए हैं, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बढ़ाना और निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना है।
विशेष रूप से वीआर पुल के पुनर्निर्माण के लिए ₹421.33 लाख स्वीकृत किए गए हैं, जबकि पुन्हाना से जुरहेड़ा तक डीआर पुल को चौड़ा करने और मरम्मत करने के लिए ₹651.34 लाख स्वीकृत किए गए हैं। ये उन्नयन बुनियादी ढाँचे की बाधाओं को दूर करने और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों का समाधान
इन तीन प्रमुख परियोजनाओं पर तेजी से की गई कार्रवाई हरियाणा सरकार की लंबे समय से चली आ रही बुनियादी ढांचे और जल प्रबंधन संबंधी समस्याओं को दूर करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नहर आधारित जल आपूर्ति योजना से किसानों को सीधा लाभ होगा और पुलों और सिंचाई चैनलों के समय पर पुनर्वास से कई जिलों के निवासियों को बहुत जरूरी राहत मिलेगी।
पर्याप्त वित्तीय आवंटन द्वारा समर्थित प्रशासनिक स्वीकृतियाँ जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए एक केंद्रित दृष्टिकोण का संकेत देती हैं। इन पहलों से हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रगति को बढ़ावा मिलने, पानी की उपलब्धता में सुधार होने और बुनियादी ढाँचे में वृद्धि होने की उम्मीद है।