गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम खत्म करने की तैयारी, 750 करोड़ रुपये की लागत से होगा 6 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण
साइबर सिटी गुरुग्राम (Cyber City Gurugram) में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार (traffic management improvement) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
Gurugram News: गुरुग्राम विकास प्राधिकरण (GMDA) ने दिल्ली-जयपुर हाईवे (Delhi-Jaipur Highway) और सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR) को जोड़ने के लिए एक 6-लेन एलिवेटेड कॉरिडोर (Gurugram elevated corridor) बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहर के ट्रैफिक दबाव ( Gurugram traffic congestion) को कम करना और नए कॉरिडोर (corridor) से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) तक पहुंच को आसान बनाना है।
वाटिका चौक (Gurugram Vatika Chowk) से दिल्ली-जयपुर हाईवे तक इस एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने हेतु एक सलाहकार को नियुक्त किया जाएगा। इसका काम इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा और इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद अगले दो वर्षों के भीतर की जा रही है। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा बल्कि शहर में यात्रा के दौरान आसानी भी आएगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक पहुचने के लिए आसान मार्ग
GMDA के अधिकारियों ने बताया कि यह नया परियोजना (new project) प्रमुख सड़क मार्गों पर ट्रैफिक नियंत्रण में सुधार लाएगा और यात्रियों को बढ़ते ट्रैफिक से राहत देगा। यह कारिडोर (corridor) सोहना रोड (Sohna Road) और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड (Golf Course Extension Road) के बीच स्थित वाटिका चौक (Vatika Chowk) से दिल्ली-जयपुर हाईवे तक चलेगा। एलिवेटेड कॉरिडोर (Elevated Corridor) के ऊपर यातायात निर्बाध (smooth) रूप से चल सकेगा।
प्रस्तावित कॉरिडोर को जोड़ने से गुरुग्राम- सोहना हाईवे (Gurgaon-Sohna Highway) का यातायात बहाव बेहतर होगा और सोहना रोड के साथ-साथ अन्य प्रमुख मार्गों को जोड़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, गुरुग्राम में सिग्नल-फ्री ट्रैफिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए इस रास्ते पर इंटरचेंज (interchange) और मार्ग को एक साथ जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। इसमें से एक महत्पूर्ण रास्ता वाटिका चौक (Vatika Chowk) का एलिवेटेड (elevated) निर्माण है जो द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) से भी जुड़ा होगा।
सड़क पर सुधार से ट्रैफिक का दबाव घटेगा वर्तमान में इस क्षेत्र में चार प्रमुख स्थानों (major points) पर ट्रैफिक सिग्नल (traffic signals) लगे हुए हैं जो यातायात के दबाव को और बढ़ाते हैं। इन ट्रैफिक सिग्नल की वजह से यात्रा करने वालों को लंबा समय तक जाम में फंसे रहना पड़ता है। यही नहीं, ट्रैफिक का दबाव सामान्य समय से अधिक रहता है जिसके कारण हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है।
इसके बावजूद एसपीआर (SPR) की कनेक्टिविटी भी ड्वारका एक्सप्रेसवे और दिल्ली-जयपुर हाईवे से जुड़ गई है। लेकिन यह जाम (Gurugram traffic jam) की समस्या खासतौर पर वाटिका चौक के पास ट्रैफिक सिग्नल के कारण और अधिक बढ़ जाती है। इसी कारण सरकार और GMDA द्वारा यह योजना तैयार की गई है जिससे मार्ग की कनेक्टिविटी में आसानी हो और यातायात (Gurugram traffic flow) अधिक smooth हो सके।
अधिकांश रोडों की हुई मरम्मत
GMDA के अधिकारियों के अनुसार सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR) के सुधार के लिए 9.65 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क का पुननिर्माण किया जाएगा। सड़क के कायाकल्प के इस उपाय (remedy measure) से भविष्य में ट्रैफिक के दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकेगा और यातायात की गति को बेहतर किया जा सकेगा।
दिल्ली-जयपुर हाईवे से इस मार्ग (road) को जोड़ने के लिए 750 करोड़ रुपये के खर्च से यह एलिवेटेड कॉरिडोर स्थापित किया जाएगा। इसके बाद यातायात को आसान बनाने के लिए विशिष्ट मार्गों (specific roads) पर वॉलीज जैसी सुविधाएं (facilities) जोड़ी जाएंगी और इनकी कुल लंबाई (total length) बढ़ाई जाएगी।
मुख्य अभियंता अरुण धनखड़ का कहना है कि इसके निर्माण की प्रक्रिया इस वर्ष शुरू हो जाएगी और परियोजना के पूर्ण होने के बाद शहर की यातायात व्यवस्था में सुकून (relief) आ जाएगा और ट्रैफिक जाम (traffic jams) की समस्या में भी कमी आएगी।
इस एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर कई प्रकार के बुनियादी सुधार भी किए जाएंगे जैसे कि सभी रोड डिवाइडर्स की रीडिज़ाइनिंग (redesigning) और अधिक पार्किंग स्थानों (parking space) का विस्तार किया जाएगा। सभी सड़क पर मौजूद कन्स्ट्रक्शन का पुनरवलोकन (review) किया जाएगा ताकि इसके चलते पर्यावरण (environment) पर भी कम से कम प्रभाव पड़े।