हरियाणा में भूकंप के झटके, 12 दिनों में तीसरी बार डोली धरती, सोनीपत रहा केंद्र
पिछले 12 दिनों में यह तीसरी बार है जब सोनीपत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 25 और 26 दिसंबर को भी लगातार दो दिन यहां हलचल हुई थी। 25 दिसंबर को दोपहर 12:28 पर आए भूकंप का केंद्र सोनीपत के खरखौदा क्षेत्र के कुंडल गांव में 5 किलोमीटर की गहराई पर था।
Earthquake in haryana: हरियाणा (Haryana) में रविवार की सुबह एक बार फिर भूकंप (Earthquake) के झटकों से लोगों में हलचल मच गई। सुबह 3:57 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, जिनका केंद्र सोनीपत (Sonipat) रहा। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर इसकी तीव्रता 3.0 दर्ज की गई। इस बार भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में हुआ। राहत की बात यह है कि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
पिछले 12 दिनों में यह तीसरी बार है जब सोनीपत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 25 और 26 दिसंबर को भी लगातार दो दिन यहां हलचल हुई थी। 25 दिसंबर को दोपहर 12:28 पर आए भूकंप का केंद्र सोनीपत के खरखौदा क्षेत्र के कुंडल गांव में 5 किलोमीटर की गहराई पर था। लगातार झटकों से स्थानीय लोग चिंतित हैं और प्रशासन सतर्क है।
भूकंप का बार-बार केंद्र बन रहा सोनीपत
भूकंप (Earthquake) का बार-बार सोनीपत में केंद्रित होना भूवैज्ञानिकों (Geologists) के लिए चिंता का विषय बन गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह इलाका हल्की टेक्टोनिक (Tectonic) गतिविधियों के कारण सक्रिय हो सकता है। सोनीपत में लगातार तीसरी बार भूकंप के झटकों ने स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि, अब तक किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्कता बरतने और किसी भी अफवाह से बचने की सलाह दी है। इसके अलावा, भूकंप से बचने के उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई है।
पिछले झटकों की टाइमलाइन (Timeline)
25 दिसंबर 2024: दोपहर 12:28 पर 3.0 तीव्रता का भूकंप। केंद्र – कुंडल गांव, सोनीपत।
26 दिसंबर 2024: हल्की तीव्रता के झटके महसूस किए गए।
7 जनवरी 2025: सुबह 3:57 पर 3.0 तीव्रता का भूकंप। केंद्र – सोनीपत।
इन झटकों ने स्थानीय निवासियों में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि सोनीपत क्षेत्र में हो रही टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियां (Tectonic Plate Movements) इसका कारण हो सकती हैं। हलचल की गहराई और तीव्रता को देखते हुए आने वाले समय में यहां और भी भूकंप आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। भूवैज्ञानिकों ने लोगों को आपातकालीन उपायों (Emergency Measures) के लिए तैयार रहने की सलाह दी है।