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हरे आलू खाने से सेहत पर हो सकता है गंभीर असर, जानिए विशेषज्ञों की राय

जब आलू को अधिक रोशनी में या अनुकूल परिस्थितियों में रखा जाता है, तो उसमें सोलनिन नामक यौगिक बनने लगता है। यही यौगिक आलू को हरे रंग का बनाता है।

नई दिल्ली, 21 नवंबर 2024 – आलू हर घर की रसोई में सबसे आम सब्जियों में से एक है। यह भर्ता, परांठे, करी और कई व्यंजनों में अपनी जगह बनाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आलू का रंग हरा हो जाए तो इसे खाना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है? यह सवाल कई लोगों के मन में उठता है। पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि हरे आलू में एक विषैला यौगिक पाया जाता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

हरे आलू का हरा रंग क्यों दिखता है?

जब आलू को अधिक रोशनी में या अनुकूल परिस्थितियों में रखा जाता है, तो उसमें सोलनिन नामक यौगिक बनने लगता है। यही यौगिक आलू को हरे रंग का बनाता है। यह सोलनिन ग्लाइकोकलॉइड के रूप में मौजूद होता है, जो प्राकृतिक रूप से पौधे में कीटों से सुरक्षा के लिए विकसित होता है।

पोषण विशेषज्ञ कविता देवगन कहती हैं कि सोलनिन की उच्च मात्रा शरीर के लिए विषैली हो सकती है। हालांकि, छोटे हरे धब्बों वाले आलू को उचित तरीके से छीलकर और पकाकर खाया जा सकता है। लेकिन जब आलू पूरी तरह हरा हो, तो उसे खाने से बचना चाहिए।

हरे आलू खाने से क्या नुकसान हो सकता है?

हरे आलू में मौजूद सोलनिन के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित समस्याएं शामिल हैं:

  1. पेट खराब होना – हरे आलू खाने से पेट में दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  2. फूड पॉइजनिंग का खतरा – बड़ी मात्रा में सोलनिन फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है।
  3. सिरदर्द और बेचैनी – हरे आलू में मौजूद सोलनिन के कारण सिरदर्द और बेचैनी हो सकती है।
  4. पाचन संबंधी समस्याएं – लगातार हरा आलू खाने से पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  5. कैंसर का खतरा – कुछ शोधों के अनुसार, हरे आलू में सोलनिन की अधिकता से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

हरे आलू को खाने से बचने के उपाय

विशेषज्ञों का कहना है कि आलू को ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर स्टोर करना चाहिए। ऐसा करने से आलू में सोलनिन बनने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, निम्नलिखित उपाय अपनाकर आप हरे आलू खाने से बच सकते हैं:

  • हरे हिस्से को छीलें – अगर आलू के कुछ हिस्से हरे हैं, तो उन्हें छीलकर और गहरे हिस्से को काटकर हटा दें।
  • हरे आलू का उपयोग न करें – यदि आलू पूरी तरह हरा हो गया है, तो उसे खाना छोड़ दें।
  • स्टोरेज का ध्यान रखें – आलू को अधिक रोशनी में रखने से बचें।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

कविता देवगन के अनुसार, सोलनिन की विषाक्तता को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा, “हरे आलू को हमेशा ध्यान से देखना चाहिए। यदि आलू का बड़ा हिस्सा हरा है, तो उसे फेंक देना बेहतर है।”

एक अन्य पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक, आलू में सोलनिन की मात्रा पकाने के बाद भी पूरी तरह से कम नहीं होती है। इसलिए हरा आलू खाने से पूरी तरह परहेज करना ही सुरक्षित है।

घरेलू सुझाव

  • आलू को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिए प्लास्टिक की थैलियों से बचें।
  • आलू को प्याज के साथ न रखें, क्योंकि इससे दोनों की ताजगी प्रभावित होती है।
  • यदि आलू पर अंकुर दिखने लगे हैं, तो उन्हें तुरंत हटा दें।

बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी

विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों को हरे आलू से अधिक खतरा हो सकता है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। ऐसे में इन उम्र के लोगों को हरा आलू बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

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