किसान भाई आज ही शुरू करें ये कम लागत वाली खेती, 50 दिनों में मिलेगा 3 लाख रूपए का मुनाफा
किसान भाई आज के समय में नई और लाभकारी फसलों की तलाश में रहते हैं जो कम समय और लागत में अधिक मुनाफा दे सकें। ऐसी ही एक फसल है सलाद के पत्तों की खेती जो किसानों के लिए टेंशन फ्री खेती का विकल्प बन सकती है। यह फसल न केवल जल्दी तैयार होती है बल्कि इसकी मांग भी बाजार में काफी अधिक है। आइए जानते हैं कि सलाद की खेती कैसे की जा सकती है और इससे कैसे शानदार मुनाफा कमाया जा सकता है।
सलाद की खेती के लिए अनुकूल परिस्थितियां
सलाद की खेती मुख्य रूप से ठंडे मौसम में की जाती है। इसकी फसल के लिए 12 से 15 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त माना जाता है। इसके अलावा खेती के लिए हल्की बलुई दोमट और मटियार दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी उपजाऊ होनी चाहिए और उसमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
बीज और रोपण की विधि
सलाद के पौधे बीजों के माध्यम से उगाए जाते हैं। बीजों को खेत में बोते समय पंक्तियों के बीच 45 सेंटीमीटर और पौधों के बीच 30 सेंटीमीटर की दूरी रखना आवश्यक है। इससे पौधों को पर्याप्त जगह मिलती है और वे अच्छी तरह से बढ़ते हैं।बुवाई से पहले खेत में अच्छी तरह से गोबर की खाद का प्रयोग करें। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने के साथ-साथ पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
सलाद की फसल की देखभाल
सलाद की खेती में नियमित सिंचाई की जरूरत होती है लेकिन खेत में जलभराव से बचना चाहिए। जलभराव फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही समय-समय पर खरपतवार निकालते रहें ताकि फसल का विकास बाधित न हो। सलाद की फसल 40 से 50 दिनों में पूरी तरह से तैयार हो जाती है।
यह कम समय में तैयार होने वाली फसल है जिससे किसान जल्द ही मुनाफा कमा सकते हैं। बाजार में सलाद की मांग बहुत अधिक है। यह न केवल घरों में उपयोग होता है बल्कि फास्ट फूड की दुकानों, रेस्टोरेंट और फाइव स्टार होटलों तक में इसकी खपत होती है। हेल्दी खाने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं।
लगभग 30 से 40 टन तक पैदावार
एक एकड़ जमीन पर सलाद की खेती करने से लगभग 30 से 40 टन तक पैदावार हो सकती है। बाजार में इसकी कीमत और मांग को देखते हुए किसान एक एकड़ में करीब 3 लाख रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं। यह फसल खासकर छोटे और मझोले किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है। कम समय और मेहनत में तैयार होने वाली इस फसल से किसान अपनी आय को तेजी से बढ़ा सकते हैं।