भारत ने खोया अपना अर्थशास्त्र का महानायक, 92 वर्ष की उम्र में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान देशभर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। केंद्र सरकार ने सभी सार्वजनिक और सरकारी कार्यक्रमों को इस अवधि के लिए स्थगित कर दिया है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और देश को आर्थिक सुधारों की नई दिशा देने वाले डॉ. मनमोहन सिंह (manmohan singh) का गुरुवार 26 दिसंबर को दिल्ली में निधन हो गया। 92 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेताओं सहित सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। केंद्र सरकार ने 27 दिसंबर से सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द करने और सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान देशभर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। केंद्र सरकार ने सभी सार्वजनिक और सरकारी कार्यक्रमों को इस अवधि के लिए स्थगित कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
कब और कहां होगा अंतिम संस्कार?
डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार 28 दिसंबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार रात मीडिया को जानकारी दी कि अंतिम संस्कार की औपचारिक घोषणा शुक्रवार को की जाएगी। सूत्रों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जाएगा। दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार के लिए विशेष स्थल निर्धारित होते हैं।
राजघाट परिसर में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी के लिए अलग से समाधि स्थल “सदैव अटल” बनाया गया। हालांकि मनमोहन सिंह के परिवार की सहमति से अंतिम संस्कार का स्थान तय किया जाएगा।
सरकारी प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार
डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में सभी राजकीय प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा जाएगा। अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। राष्ट्रीय शोक के दौरान कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
देशभर में शोक की लहर
मनमोहन सिंह के निधन से पूरे देश में शोक की स्थिति है। विभिन्न राज्यों की सरकारों और नागरिक संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनकी राजनीतिक और आर्थिक नीतियों ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया था। उनके निधन पर देशभर में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी का फैसला
कांग्रेस पार्टी ने भी अपने सभी निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन को देश और पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। कांग्रेस मुख्यालय में उनके सम्मान में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी।