HARYANA SCHOOL HOLIDAYS: हरियाणा में स्कूली बच्चों के लिए गुड न्यूज, सर्दियों में 15 दिन बंद रहेंगे स्कूल, देखें नोटिफिकेशन
HARYANA SCHOOL HOLIDAYS 2025: ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन छुट्टियां घोषित (schools winter vacation) की गई हैं। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस फैसले को लेकर आदेश जारी किए हैं। इसके तहत 16 जनवरी से स्कूल नियमित समय पर खुलेंगे।
HARYANA SCHOOL HOLIDAYS NEWS: हरियाणा में बढ़ती ठंड और घने कोहरे को देखते हुए राज्य सरकार ने शैक्षणिक और औद्योगिक संस्थानों के समय में बदलाव किया है। प्रदेशभर में अब सरकारी और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) की नई समय-सारणी लागू कर दी गई है। एक जनवरी से 31 जनवरी तक आईटीआई का संचालन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। यह टाइमिंग बिना किसी इंटरवल के होगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी प्राचार्यों और वर्ग अनुदेशक इंचार्जों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा
ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन छुट्टियां घोषित (schools winter vacation) की गई हैं। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस फैसले को लेकर आदेश जारी किए हैं। इसके तहत 16 जनवरी से स्कूल नियमित समय पर खुलेंगे। प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पहले ही यह संकेत दिया था कि ठंड के चलते अवकाश दिया जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य छात्रों को ठंड से बचाना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
बोर्ड कक्षाओं के लिए विशेष प्रावधान
शीतकालीन अवकाश के दौरान 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि सीबीएसई और आईसीएसई जैसे बोर्ड के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए छात्रों को बुलाने की अनुमति दी गई है। इस प्रक्रिया के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारी, मौलिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं।
आईटीआई की नई टाइमिंग पर प्रभाव
ठंड और धुंध के कारण छात्रों और प्रशिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की टाइमिंग सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक कर दी गई है। इससे पहले की तुलना में यह समय-सारणी अधिक सुविधाजनक मानी जा रही है। यह कदम छात्रों की उपस्थिति और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।