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हरियाणा में यहाँ शुरू होगा देश का पहला बिना बूथ वाला टोल प्लाजा, कम खर्च के साथ सफर बनेगा बिलकुल आसान

अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 की शुरुआत के बाद सोनीपत से बवाना के बीच का सफर काफी आसान हो जाएगा। जहां पहले यह दूरी तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता था वहीं अब यह यात्रा महज 20 मिनट में पूरी होगी।

Boothless toll plaza: हरियाणा में जल्द ही एक आधुनिक और नई तकनीक पर आधारित हाईवे का निर्माण (boothless highway Construction) पूरा होने जा रहा है जहां टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह हाईवे प्रदेश के सफर को तेज और सुविधाजनक बनाने के साथ ही समय की बचत भी करेगा। नए अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (Urban Extension Road-2) के सोनीपत स्पर पर ट्रायल पूरा होने के बाद टोल दरों की घोषणा कर दी गई है। यहां झिंझौली के पास भारत का पहला स्वचालित टोल प्लाजा बनाया गया है जहां फास्टैग और सेंसर की मदद से टोल शुल्क स्वतः कटेगा।

अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का सफर होगा आसान

अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 की शुरुआत के बाद सोनीपत से बवाना के बीच का सफर काफी आसान हो जाएगा। जहां पहले यह दूरी तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता था वहीं अब यह यात्रा महज 20 मिनट में पूरी होगी।

इसके साथ ही IGI एयरपोर्ट तक 70 किमी की दूरी भी एक घंटे से कम समय में पूरी की जा सकेगी। यह नया हाईवे पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के बाहरी इलाकों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा और दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर ट्रैफिक का दबाव कम करेगा।

कैसे करेगा यह टोल सिस्टम काम?

यह हाईवे आधुनिक रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) और एडवांस टोल मैनेजमेंट सिस्टम से लैस है। जैसे ही कोई वाहन हाईवे पर चढ़ेगा सेंसर उसकी उपस्थिति को पहचानेंगे और फास्टैग से स्वतः शुल्क कट जाएगा। साथ ही बूम बैरियर स्वचालित रूप से खुल जाएंगे।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस टोल प्लाजा पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट भी चलाया जा रहा है। भविष्य में GNSS (Global Navigation Satellite System) आधारित टोल प्रणाली लागू की जाएगी जिससे फास्टैग और बूम बैरियर की भी आवश्यकता नहीं रहेगी।

कैश लेन की अस्थाई व्यवस्था

फिलहाल कैश भुगतान करने वालों या ब्लैकलिस्टेड फास्टैग वाले वाहनों के लिए एक अलग लेन की व्यवस्था की गई है। इस लेन से गुजरने वाले वाहनों को सामान्य शुल्क से दोगुना भुगतान करना होगा। हालांकि भविष्य में सभी लेन को स्वचालित बनाया जाएगा।

जल्द शुरू होगा टोल कलेक्शन

NHAI के अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर तक टोल शुल्क लेने का काम शुरू कर दिया जाएगा। किसी तकनीकी समस्या की स्थिति में कंट्रोल रूम में मौजूद इंजीनियर तुरंत समाधान करेंगे। इस हाईवे को पूरी तरह स्वचालित करने की योजना है, जिससे चालकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

सफर की रफ्तार और सुरक्षा दोनों में सुधार

इस हाईवे पर कारों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी/घंटा और भारी वाहनों के लिए 80 किमी/घंटा निर्धारित की गई है। हाईवे के कुल 16 लेन हैं जो प्रतिदिन 20 से 25 हजार वाहनों के आवागमन को संभाल सकेंगे। इसके अधिकारिक नाम को 344पी के रूप में जाना जाएगा।

Satbir Singh

My name is Satbir Singh and I am from Sirsa district of Haryana. I have been working as a writer on digital media for the last 6 years. I have 6 years of experience in writing local news and trending news. Due to my experience and knowledge, I can write on all topics.

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