Delhi Rain : दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 101 साल का रिकॉर्ड, देखें आगामी मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर में सामान्यतः दिल्ली में 8.1 मिमी बारिश होती है लेकिन इस बार एक ही दिन में सामान्य से पांच गुना अधिक वर्षा हुई है। इस असामान्य बारिश का मुख्य कारण सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) और चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) रहा जिससे उत्तर और मध्य भारत में नमी बढ़ी और व्यापक वर्षा हुई।
Delhi Weather Update : दिल्ली में बारिश (Delhi Rain) ने 101 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शनिवार सुबह 8:30 बजे तक के पिछले 24 घंटों में राजधानी में 41.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई जो दिसंबर महीने में एक दिन में हुई सबसे अधिक वर्षा है। इससे पहले 3 दिसंबर 1923 को 75.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी जो अब तक की सबसे अधिक थी।
मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर में सामान्यतः दिल्ली में 8.1 मिमी बारिश होती है लेकिन इस बार एक ही दिन में सामान्य से पांच गुना अधिक वर्षा हुई है। इस असामान्य बारिश का मुख्य कारण सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) और चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) रहा जिससे उत्तर और मध्य भारत में नमी बढ़ी और व्यापक वर्षा हुई।
इस भारी बारिश के परिणामस्वरूप दिल्ली में दिन का तापमान (Day temperature in Delhi) सामान्य से कम रहा। शनिवार को अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम है जबकि न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से छह डिग्री अधिक है। हवा में नमी का स्तर 98 से 100 प्रतिशत के बीच रहा जिससे दिनभर ठंड का अनुभव हुआ।
मौसम विभाग ने रविवार (delhi sunday weather) के लिए घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। स्मॉग और घना कोहरा छाए रहने की संभावना है जिससे दृश्यता कम हो सकती है। कुछ स्थानों पर अति घना कोहरा भी हो सकता है। आसमान साफ रहने की उम्मीद है जबकि अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ रहने की संभावना है लेकिन कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन दिनों में अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 1 से 3 जनवरी तक राजधानी में मौसम (capital Weather) साफ रहने की उम्मीद है जिसमें अधिकतम तापमान 20 से 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।
इस असामान्य बारिश का एक सकारात्मक प्रभाव वायु गुणवत्ता में सुधार के रूप में देखा गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (central pollution control board) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) में सुधार हुआ है जिससे लोगों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में नवंबर और दिसंबर में सबसे कम बारिश होती है और इन महीनों में वर्षा मुख्यतः पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से होती है। हालांकि इस बार दो अलग-अलग मौसमी प्रणालियों ने एक-दूसरे की ताकत बढ़ाने का काम किया जिससे इतनी अधिक बारिश हुई। अब 1 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है लेकिन यह कमजोर रहेगा और दिल्ली में बारिश की संभावना कम है।
दिल्ली में हुई इस असामान्य बारिश ने न केवल तापमान में गिरावट लाई है बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार किया है। हालांकि घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने की संभावना है जिससे यातायात और दैनिक जीवन प्रभावित हो सकता है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग के अलर्ट्स का पालन करें और आवश्यक सावधानियां बरतें।