राजस्थान बनेगा मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में मॉडल राज्य: चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर
राजस्थान में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि राज्य को मेडिकल एजुकेशन और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के मामले में एक मॉडल स्टेट के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा करना और गुणवत्ता बनाए रखना प्राथमिकता है।
मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी के निर्माण में आएगी तेजी
राज्य सरकार मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य को गति देने के लिए सक्रिय हो गई है। यह राजस्थान की दूसरी सरकारी मेडिकल यूनिवर्सिटी है और इसका कार्य पूरा होने से मेडिकल कॉलेजों की प्रबंधकीय और शैक्षणिक व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा सकेगा। मंत्री ने निर्देश दिया कि नए मेडिकल कॉलेज भवनों का निर्माण तय समय में पूरा किया जाए और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि छात्रों और मरीजों को आधुनिक सुविधाएं मिल सकें।
रिक्त पदों को भरने पर जोर
चिकित्सा कॉलेजों में रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार ने मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सकों और शिक्षकों की कमी को जल्द से जल्द दूर करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री स्वयं भर्तियों की समीक्षा कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि ये प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी हो। इससे मेडिकल संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
आरयूएचएस के काम होंगे तेज
सवाई मानसिंह अस्पताल में निर्माणाधीन आयुष्मान टावर और इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज के निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए प्रभावी कार्य योजना तैयार की जा रही है। मंत्री ने राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (आरयूएचएस) को उन्नत चिकित्सा केंद्र (रिम्स) के रूप में विकसित करने के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। इन प्रयासों से एसएमएस अस्पताल पर मरीजों का दबाव कम होगा और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
तकनीकी नवाचारों से खत्म होंगी लंबी कतारें
राजस्थान के बड़े अस्पतालों में मरीजों को लंबी कतारों से मुक्ति दिलाने के लिए तकनीकी समाधान लागू किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि रोगियों और उनके परिजनों के लिए स्वच्छ खाद्य सामग्री और पेयजल की उचित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही अस्पतालों में सुरक्षा प्रबंधों को भी मजबूत किया जाएगा ताकि हर व्यक्ति को सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिल सके।
फील्ड निरीक्षण से हटेंगी बाधाएं
चिकित्सा शिक्षा से जुड़ी परियोजनाओं और अस्पतालों के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए फील्ड निरीक्षण किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि निरीक्षण के दौरान सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। परियोजनाओं को पूरा करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए अधिकारियों और संबंधित संस्थानों के साथ बैठकें की जाएंगी। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।