श्रद्धालुओं की पहली पसंद बने यूपी के ये शहर, OYO की रिपोर्ट में बड़ा खुलसा
रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि वाराणसी और हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों में पर्यटकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। इन स्थलों पर OYO के माध्यम से भारी संख्या में बुकिंग हुई। इसके अलावा दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में भी यात्रियों ने OYO का भरपूर उपयोग किया।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य में पर्यटन क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) की अगुवाई में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को प्राथमिकता दी जा रही है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में होटल बुकिंग कंपनी OYO ने अपनी नई रिपोर्ट (OYO New Report) जारी की है जिसमें धार्मिक पर्यटन स्थलों पर बुकिंग के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी और हरिद्वार इस साल देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के रूप में उभरे हैं जहां OYO को सबसे अधिक बुकिंग मिली।
धार्मिक पर्यटन स्थलों में बढ़ती लोकप्रियता
रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि वाराणसी और हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों में पर्यटकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। इन स्थलों पर OYO के माध्यम से भारी संख्या में बुकिंग हुई। इसके अलावा दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में भी यात्रियों ने OYO का भरपूर उपयोग किया। OYO द्वारा जारी रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम असर दिखा रहे हैं। वाराणसी जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है इस समय पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन की नई ऊंचाईयां
उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की हैं। इनमें वाराणसी, अयोध्या, वृंदावन और मथुरा जैसे स्थल शामिल हैं। इन स्थानों पर देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते हैं। राज्य पर्यटन विभाग की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार इस साल उत्तर प्रदेश में पर्यटकों की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अयोध्या जिसे राम जन्मभूमि के लिए जाना जाता है, में सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंचे। इसी तरह मथुरा और वृंदावन में भी लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है।
यात्रा रुझानों का विश्लेषण
OYO की ट्रैवलपीडिया 2024 रिपोर्ट में यात्रियों की पसंद और यात्रा के तौर-तरीकों का विस्तृत अध्ययन किया गया है। इसमें यह देखा गया कि धार्मिक पर्यटन स्थलों पर जाने वाले यात्रियों की संख्या में तेजी आई है। वाराणसी जिसे “काशी” के नाम से भी जाना जाता है ने इस साल देश और विदेश के लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि पर्यटकों की संख्या बढ़ाने में यात्रा प्रौद्योगिकी मंचों की भूमिका अहम रही है। डिजिटल बुकिंग प्लेटफॉर्म जैसे OYO ने यात्रियों को सुविधाजनक और किफायती विकल्प प्रदान किए हैं।
धार्मिक पर्यटन का बढ़ता महत्व
वाराणसी और हरिद्वार के अलावा अयोध्या और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों ने भी पर्यटकों को आकर्षित किया है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वहीं मथुरा और वृंदावन में कृष्ण भक्तों का तांता लगा रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों के विकास और उनके प्रचार-प्रसार के लिए कई कदम उठाए हैं। इन प्रयासों में स्वच्छता सुविधाओं का उन्नयन और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रमुख हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
उत्तर प्रदेश ने धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। राज्य में वाराणसी और अयोध्या जैसे स्थलों के अलावा कुंभ मेला और अन्य धार्मिक आयोजन भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। OYO की रिपोर्ट से यह भी स्पष्ट हुआ कि वाराणसी और हरिद्वार न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। पर्यटन क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का योगदान अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। राज्य सरकार द्वारा की गई पहलें इस बात का प्रमाण हैं कि पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मजबूत प्रयास किए जा रहे हैं।