Vegetable Prices Hike: ठंड में आम जनता की थाली से दूर हुई मटर, आसमान पर पहुंचे सब्जियों के दाम
Vegetable Prices Hike: Peas disappeared from the plates of common people in winter, vegetable prices reached sky high
Vegetable Prices Hike: सर्दियों की कड़कड़ाती ठंड के बीच सब्जियों के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। आम आदमी का रसोई का बजट बिगड़ता नजर आ रहा है क्योंकि 15 दिनों के भीतर गोभी, बैंगन, आलू, मैथी, पालक और बथुआ जैसी सब्जियों के दाम दोगुने हो गए हैं। खासकर मटर, जिसकी आवक इस बार देर से शुरू हुई है अब 100 रुपये प्रति किलो से अधिक में बिक रही है।
गोभी और बैंगन के दाम दोगुने
कुछ दिन पहले तक जो फूलगोभी और पत्तागोभी 20 रुपये प्रति किलो मिल रही थीं वे अब 40 से 50 रुपये प्रति किलो में बिकरही हैं। बैंगन भी इसी कड़ी में शामिल है। जहां आधा महीना पहले बैंगन 20 रुपये प्रति किलो में बिक रहा था अब उसके दाम 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।
आलू की कीमतों में उछाल
हरी सब्जियों की तरह आलू के दामों में भी तेजी आई है। नए आलू की आवक दीपावली के समय से शुरू हो गई थी लेकिन 15 दिनों में 5 किलो आलू का मूल्य 120 रुपये से बढ़कर 160 रुपये हो गया है। ऐसे में आलू जैसी बुनियादी सब्जी भी आम आदमी की पहुंच से दूर होती दिख रही है।
मटर की कीमतें 100 रुपये के पार
सर्दियों में हर घर की रसोई में आलू-मटर की सब्जी बनती है लेकिन इस बार मटर का स्वाद गरीबों की थाली से गायब हो गया है। मटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो से कम नहीं हो रही है। आमतौर पर दीपावली के पहले मटर की आवक शुरू हो जाती है लेकिन इस बार इसकी आवक में देरी हुई है। दिसंबर के पहले हफ्ते से मटर बाजार में दिखना शुरू हुई लेकिन कम आवक के चलते इसका दाम लगातार बढ़ता जा रहा है।
पालक, मैथी और बथुआ भी महंगे
हरी पत्तेदार सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं। पालक, मैथी, और बथुआ जैसी मौसमी सब्जियां जो सर्दियों में खूब खाई जाती हैं अब सामान्य दामों से काफी ऊपर बिक रही हैं। हरे धनिये को छोड़कर लगभग सभी सब्जियों की कीमतें दोगुनी हो गई हैं।
मिर्च और सेंगरी के दाम भी आसमान छू रहे हैं। मिर्ची जो पहले 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रही थी अब 40 से 80 रुपये प्रति किलो हो गई है। गाजर जो सर्दियों में बेहद लोकप्रिय होती है अब 30 से 40 रुपये प्रति किलो में बिक रही है।
सब्जियों की आवक के बावजूद बढ़ रहे दाम
मटर को छोड़कर इस साल अन्य सब्जियों की अच्छी आवक हुई है लेकिन इसके बावजूद बाजार में सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। मंडी में सब्जियों की भारी उपलब्धता होने के बावजूद मूल्य नियंत्रण में नहीं आ रहे हैं। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की थाली पर पड़ा है। आलू-मटर की सब्जी जो हर घर की पसंद होती है, अब विशेष अवसरों तक सिमट गई है।