मोदी सरकार के फैसले ने बदल दी किस्मत, निवेशकों के लिए कमाई के मौके, शेयर बाजार में तेजी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को टेलीकॉम ऑपरेटरों को 2022 तक खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए बैंक गारंटी देने की शर्त हटा दी। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2022 तक दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा स्पेक्ट्रम की खरीद के लिए बैंक गारंटी (बीजी) को माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद वोडाफोन आइडिया सबसे बड़ा लाभार्थी था।
भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में उतार-चढ़ाव का खेल जारी है. सोमवार की तेजी के बाद अगले दिन मंगलवार को घरेलू बाजार की शुरुआत हरे निशान में हुई लेकिन कुछ ही घंटों में बाजार फिर लाल निशान में फिसल गया। बाजार की तेजी के खेल में वोडाफोन-आइडिया के शेयरधारकों (Vodafone-Idea Share) के लिए आज का दिन बेहद खास है। सरकार के एक अहम फैसले से वोडाफोन-आइडिया के शेयरों में 17% (सुबह 10.40 बजे तक) उछाल आया।
स्पेक्ट्रम बैंक गारंटी पर सरकार का बड़ा फैसला
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को टेलीकॉम ऑपरेटरों को 2022 तक खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए बैंक गारंटी देने की शर्त हटा दी। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2022 तक दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा स्पेक्ट्रम की खरीद के लिए बैंक गारंटी (बीजी) को माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद वोडाफोन आइडिया सबसे बड़ा लाभार्थी था। कंपनी पर सरकार का 24,700 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है, जो सितंबर 2024 से फरवरी 2025 तक बकाया था।
सरकार के फैसले से वोडाफोन आइडिया के शेयरों में उछाल सरकार के
फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयर 17% बढ़कर 8.28 रुपये पर पहुंच गए, लेकिन पिछले एक महीने में इसके शेयरों में 7% की गिरावट दर्ज की गई है। वोडाफोन आइडिया की कुल देनदारी (ब्याज समेत) 2.12 लाख करोड़ रुपये हो गई है। 1.52 लाख करोड़ स्पेक्ट्रम भुगतान और रु. एजीआर (समायोजित सकल राजस्व) बकाया सहित 70,300 करोड़। वोडाफोन आइडिया ने पहले दूरसंचार विभाग (DoT) से 24,700 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी की छूट मांगी थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि वोडाफोन आइडिया की कर्ज जुटाने की क्षमता इसी रियायत पर निर्भर करती है।
5जी रोलआउट और भविष्य की योजनाएं
कंपनी ने हाल ही में 19,700 3जी साइटें बंद कर दीं, जबकि 42,000 नई 4जी साइटें जोड़ीं। वोडाफोन आइडिया अगले तीन वर्षों में 50,000-55,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की योजना बना रही है और कंपनी का लक्ष्य 2025 की चौथी तिमाही तक प्रमुख क्षेत्रों में 5जी सेवाएं शुरू करना और सितंबर 2025 तक 120 करोड़ रुपये का 4जी कवरेज हासिल करना है।
जुलाई 2024 में दरों में बढ़ोतरी के कारण कई वोडाफोन आइडिया ग्राहक बीएसएनएल में चले गए। हालाँकि, अगस्त 2024 से रुझान बदलना शुरू हो गया और कंपनी को उम्मीद है कि मूल्य वृद्धि का पूरा असर अगली दो तिमाहियों में महसूस किया जाएगा। जियो और एयरटेल ने स्पेक्ट्रम बकाया का समय से पहले भुगतान करके अपनी ब्याज लागत कम कर दी है।