Business News

Share Market: सेंसेक्स 490 अंक लुढ़का, निफ्टी 152 अंक नीचे, जानिए इस हफ्ते शेयर बाजार की चाल

नई दिल्ली: आज भारतीय शेयर बाजार (Sensex and Nifty) की शुरुआत कुछ खास अच्छी नहीं रही। सप्ताह के पहले दिन जैसे ही बाजार खुला, निवेशकों के चेहरे पर शिकन आ गई। कमजोर वैश्विक संकेतों (Global Cues) के कारण बीएसई (BSE) का सेंसेक्स (Sensex) 490 अंकों की भारी गिरावट के साथ 75,700 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी (Nifty 50) भी 152 अंक लुढ़क कर 22,940 पर पहुंच गया। इसे देखकर निवेशकों के दिल की धड़कनें तेज हो गईं।

निवेशकों के लिए डबल धमाका, ये कंपनी दे रही है बोनस का बंपर तोहफा, आज ट्रेड करेगा एक्स-बोनस स्टॉक

ग्लोबल असर का झटका

शेयर बाजार में गिरावट के पीछे ग्लोबल संकेत (Mixed Global Signals) मुख्य वजह बने। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार (Wall Street) में भारी गिरावट हुई, जहां Dow Jones, NASDAQ और S&P 500 लाल निशान में बंद हुए। एशियाई बाजारों (Asian Markets) की हालत भी उतनी खास नहीं रही। जापान (Japan) का निक्केई 225 (Nikkei 225) हल्की बढ़त पर था, लेकिन चीन और हांगकांग के बाजार गिरावट से जूझते दिखे।

भारतीय बाजार के लिए बैरोमीटर (Barometer)

गिफ्ट निफ्टी (Gift Nifty) भी गिरावट का संकेत दे रहा था। 143 अंकों की गिरावट के साथ यह 22,970 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। यह साफ संकेत देता है कि भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) लाल निशान के साथ ट्रेड करेगा।

पिछले हफ्ते की कहानी

पिछले शुक्रवार को बाजार में दो दिन की रिकवरी रैली (Recovery Rally) के बाद अचानक मुनाफावसूली (Profit Booking) शुरू हो गई। इसका नतीजा यह हुआ कि सेंसेक्स (Sensex) 329 अंकों की गिरावट के साथ 76,190 पर और निफ्टी (Nifty) 113 अंकों की गिरावट के साथ 23,092 पर बंद हुआ। इस गिरावट ने निवेशकों को एक बार फिर अपने पोर्टफोलियो पर नजर डालने के लिए मजबूर कर दिया।

इस हफ्ते के मुख्य इवेंट्स

निवेशकों के लिए यह सप्ताह काफी हलचल भरा हो सकता है। मुख्य इवेंट्स (Major Events) जो बाजार पर असर डाल सकते हैं, उनमें शामिल हैं:

केंद्रीय बजट 2025 (Union Budget 2025): वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकलेगा, यह हर किसी को जानने की उत्सुकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed Reserve): ब्याज दरों का फैसला वैश्विक बाजार (Global Market) को प्रभावित कर सकता है।
डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट (Derivative Contracts): जनवरी सीरीज की एक्सपायरी बाजार में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकती है।
ऑटो सेल्स डेटा (Auto Sales Data): ऑटो सेक्टर के निवेशकों की नजर इस पर बनी रहेगी।
कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices): बढ़ती या गिरती कीमतें भारतीय बाजार को हिला सकती हैं।

शेयर बाजार की देसी स्टाइल

अब सवाल उठता है कि निवेशक क्या करें। अगर आप दीवाली सेल की तरह सोच रहे हैं कि “हर गिरावट खरीदारी का मौका है”, तो रुकिए और थोड़ा बाजार का मिजाज समझिए। अनुभवी एनालिस्ट का कहना है कि बाजार अभी अस्थिरता के दौर (Volatility) में है, और इसमें जल्दबाजी नुकसान करा सकती है।

मिल रही है ये टिप्स (Tips for Investors):

ब्लू चिप स्टॉक्स (Blue Chip Stocks): बड़े और सुरक्षित शेयरों पर फोकस करें।
डायवर्सिफाई करें (Diversify Portfolio): सारे पैसे एक जगह लगाने से बचें।
मार्केट के मूड को पढ़ें: अगर ग्लोबल संकेत कमजोर हैं, तो अधिक रिस्क न लें।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स (Short-term Traders): फिलहाल सतर्कता से पोजीशन लें।

क्या कहता है बाजार का फ्यूचर?

विशेषज्ञों का मानना है कि बजट 2025 में पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर (Infrastructure Sector) को बूस्ट करने के संकेत मिल सकते हैं। यह सेक्टर बाजार को संभालने में मदद कर सकते हैं। लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दर निर्णय (Interest Rate Decision) यदि उम्मीदों के विपरीत हुआ, तो वैश्विक बाजार के साथ भारतीय बाजार भी प्रभावित होगा।

Gold Silver Price Today: आम आदमी की पहुंच से बाहर हुआ सोना-चांदी, नया रेट सुनकर हर कोई हैरान

लार्ज-कैप से स्मॉल-कैप तक

पिछले कुछ दिनों से टेक और बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) दबाव में चल रहे हैं। वहीं, मेटल और फार्मा सेक्टर में थोड़ी चहल-पहल देखी गई है। स्टॉक्स की स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है।

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! Haryana की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button