12 साल पहले सेना में भर्ती हुए बराड़ा के गुरप्रीत सिंह लेह में शहीद, ग्लेशियर से फिसला पैर
लद्दाख से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। भारत माता के एक वीर पुत्र ने अपने देश की सेवा में अपना जीवन बलिदान कर दिया है। शहीद हुए जवान की पहचान पंजाब के शेरपुर गांव के 32 वर्षीय गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। गुरप्रीत सिंह भारतीय सेना में तैनात थे और गश्त के दौरान एक ग्लेशियर से गिरकर पानी में बह गए। यह घटना रविवार की है और भारतीय सेना ने गुरप्रीत सिंह का शव मिलते ही उनके परिवार को सूचित किया।
गुरप्रीत सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही उनके परिवार में मातम छा गया। गुरप्रीत के पिता दलीप सिंह और माता दविन्द्र कौर को जब भारतीय सेना के अधिकारियों ने गुरुवार सुबह 10 बजे फोन पर यह दुखद सूचना दी तो पूरे घर में रोना-धोना शुरू हो गया।
वीरता और बलिदान की कहानी
गुरप्रीत सिंह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और उनकी एक बहन भी है। गुरप्रीत सिंह ने 12 साल पहले भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा की शपथ ली थी। गुरप्रीत सिंह की पत्नी हरलीन कौर और उनके दो बेटे, सहजवीर सिंह और तेजवीर सिंह, भी इस दुखद खबर से बेहद व्यथित हैं।
गुरप्रीत सिंह के पिता दलीप सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह सेना के अधिकारियों का फोन आया था जिसमें उन्होंने गुरप्रीत सिंह के शहीद होने की सूचना दी। हालांकि अधिकारियों ने इस घटना के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। गुरप्रीत सिंह 4 जुलाई को ही अपने घर से छुट्टी खत्म करके लेह के लिए रवाना हुए थे।
गश्त के दौरान हुआ हादसा
रविवार को जब गुरप्रीत सिंह गश्त पर थे तभी यह हादसा हुआ। वे एक ग्लेशियर से गिरकर पानी में बह गए। इसके बाद सेना के जवानों ने गुरप्रीत सिंह की खोज शुरू की और आखिरकार गुरुवार को उनका शव मिला। सेना ने उनके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दी।
परिवार की पीड़ा
गुरप्रीत सिंह के शहीद होने की खबर सुनते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। माता-पिता और पत्नी के साथ-साथ पूरे गांव में भी इस वीर जवान की शहादत का गम मनाया जा रहा है। गुरप्रीत सिंह की बहन और उनके बच्चे भी इस घटना से बेहद दुखी हैं।
गुरप्रीत सिंह के पिता दलीप सिंह ने बताया कि सेना के अधिकारियों ने उन्हें गुरुवार सुबह फोन पर जानकारी दी कि उनका बेटा शहीद हो गया है। उन्होंने बताया कि सेना के अधिकारियों ने इस घटना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी केवल इतना बताया कि गुरप्रीत सिंह गश्त के दौरान एक ग्लेशियर से गिरकर पानी में बह गए थे।
शहीद के प्रति सम्मान
गुरप्रीत सिंह की शहादत ने पूरे गांव को गर्वित कर दिया है लेकिन उनके परिवार का दर्द भी अनमोल है। गुरप्रीत सिंह की पत्नी हरलीन कौर और उनके बच्चे सहजवीर सिंह और तेजवीर सिंह इस दुखद घटना से बेहद आहत हैं। गांव के लोग गुरप्रीत सिंह की वीरता और बलिदान को सलाम कर रहे हैं।
गुरप्रीत सिंह की यादें
गुरप्रीत सिंह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा थे और उनके घर में सभी लोग उनके साहस और वीरता की कहानियां सुनाते रहते थे। गुरप्रीत सिंह ने अपने देश की सेवा में अपना जीवन बलिदान कर दिया और उनके परिवार को उनके इस बलिदान पर गर्व है। गुरप्रीत सिंह की बहन और उनके बच्चे भी उनकी वीरता की कहानियां सुनकर प्रेरित होते रहते हैं।