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हरियाणा में कांवड़ यात्रा के दौरान DJ बजाने पर लगी रोक, उलँघन करने पर चालान के साथ वाहन भी होगा जब्त

Kanwar Yatra in Haryana जिला प्रशासन ने डीजे संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे कांवड़ियों के लिए डीजे उपलब्ध न कराएं। प्रशासन का यह निर्णय ध्वनि प्रदूषण और दुर्घटनाओं के खतरे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
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Kanwar Yatra in Haryana
Kanwar Yatra in Haryana

हरियाणा के शिवभक्तों के लिए हरिद्वार जाने का समय आ गया है। हर साल लाखों कांवड़िये हरिद्वार से गंगा जल लेकर आते हैं और इस पवित्र यात्रा में डीजे की धुनों का अपना ही महत्व होता है। लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान वाहनों पर डीजे बजता पाया गया तो न केवल चालान काटा जाएगा बल्कि वाहन भी जब्त कर लिया जाएगा।

कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने पर रोक

जिला प्रशासन ने डीजे संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे कांवड़ियों के लिए डीजे उपलब्ध न कराएं। प्रशासन का यह निर्णय ध्वनि प्रदूषण और दुर्घटनाओं के खतरे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। डीएसपी उमेद सिंह ने कहा "कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में वाहनों में बड़े-बड़े स्पीकर लगे होते हैं जिससे न सिर्फ ध्वनि प्रदूषण फैलता है बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है।"

डीएसपी उमेद सिंह और सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बीर सिंह ने मंगलवार शाम को सिटी थाने में पार्षदों और डीजे संचालकों की बैठक ली। इस बैठक में पार्षदों से अनुरोध किया गया कि वे अपने वार्ड के लोगों को समझाएं कि वे अपने वाहनों पर डीजे न लगाएं।

प्रशासन के फैसले पर डीजे संचालकों की प्रतिक्रिया

प्रशासन के इस फैसले पर डीजे संचालकों ने आपत्ति जताई है। डीजे संचालकों का कहना है कि प्रशासन का यह निर्णय सही नहीं है क्योंकि कांवड़ियों ने पहले से ही डीजे बुक करा लिया है। एक डीजे संचालक ने कहा "पिछले कई महीनों से काम ठप है और अब जब कांवरों को डीजे नहीं दिया गया तो परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा। प्रशासन को डीजे की आवाज कम रखकर डीजे लगाने की अनुमति देनी चाहिए। डीजे बिल्कुल बंद करना ठीक नहीं है।"

डीएसपी उमेद सिंह ने कहा "डीजे की आवाज से पीछे से आ रहे वाहनों को सूचना नहीं मिलती और दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इसके कारण हर साल सैकड़ों तीर्थयात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ती है और इसका एक मुख्य कारण डीजे है।" प्रशासन का मानना है कि डीजे की तेज आवाज से न केवल ध्वनि प्रदूषण फैलता है बल्कि यातायात के नियमों का पालन करने में भी बाधा उत्पन्न होती है।

डीएसपी उमेद सिंह ने कांवड़ियों से अपील की है कि वे इस निर्णय का सम्मान करें और अपनी यात्रा को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाएं।

कांवड़ियों के लिए प्रशासन के अन्य निर्देश

प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए अन्य निर्देश भी जारी किए हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही किसी भी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना की स्थिति में पुलिस को तुरंत सूचना देना होगा।

प्रशासन ने कहा है कि कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मी पूरे यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।

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