Haryana News: CM सैनी का बड़ा ऐलान, किसानों को 2000 रुपए बोनस में देगी सरकार, 525 करोड रुपए हुए जारी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज सुबह 10:00 बजे चंडीगढ़ में एक प्रेस वार्ता के दौरान किसानों के लिए बड़ी घोषणा की। इस वर्ष राज्य में कम बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसे ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। सरकार ने किसानों को राहत देने के उद्देश्य से उन्हें 2000 रुपये बोनस के रूप में देने का निर्णय किया है।
किसानों के खातों में पहुंचेंगे 525 करोड़ रुपये
सरकार ने यह भी घोषणा की है कि इस राहत राशि की पहली किस्त किसानों के खातों में जमा कर दी गई है। हरियाणा के 5.20 लाख किसानों को यह राशि कल तक उनके खातों में प्राप्त हो जाएगी। कुल मिलाकर सरकार द्वारा 525 करोड़ रुपये की यह रकम किसानों के खाते में स्थानांतरित की जाएगी। यह कदम सरकार द्वारा किसानों की समस्याओं को समझते हुए उनके हित में उठाया गया है।
हरियाणा में इस साल बारिश की कमी ने फसलों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। कई क्षेत्रों में पानी की कमी के कारण किसानों की फसलें खराब हो गईं हैं जिससे उनकी आय पर बुरा असर पड़ा है। इस स्थिति में सरकार का यह कदम किसानों को आर्थिक मदद प्रदान करेगा और उन्हें इस कठिन समय से उबरने में मदद करेगा।
कम बारिश के कारण फसल उत्पादन में गिरावट आई है जिससे राज्य में कृषि संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है। सरकार ने इस संकट का मुकाबला करने के लिए कई उपाय किए हैं जिसमें यह बोनस राशि एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
किसानों के लिए राहत की घोषणा के साथ ही हरियाणा सरकार ने पशुपालन के क्षेत्र में भी बड़ा कदम उठाया है। राज्य के 14 जिलों में पशु चिकित्सा पॉली क्लिनिक स्थापित किए जाएंगे जिससे पशुधन की बेहतर देखभाल सुनिश्चित की जा सकेगी। यह पॉली क्लिनिक आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे और यहां पर एक्स-रे अल्ट्रासाउंड जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी।
हरियाणा के जो शेष आठ जिले हैं जिनमें पंचकूला कैथल करनाल हिसार झज्जर यमुनानगर गुरुग्राम और फरीदाबाद शामिल हैं में भी पशु चिकित्सा पॉली क्लिनिक खोले जाएंगे। इन जिलों में भी वही आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी जिससे पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल और बेहतर हो सकेगी।
हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है जहां पशुपालन किसानों की आय का महत्वपूर्ण स्रोत है। पशुओं की अच्छी देखभाल के लिए सरकार का यह कदम पशुपालकों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं के माध्यम से पशुपालक अपने पशुओं की बेहतर स्वास्थ्य जांच और इलाज करवा सकेंगे जिससे पशुधन की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होगा।