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हरियाणा में उमस भरी गर्मी के बाद मानसून की दस्तक, इन 7 जिलों में भारी बरसात का अलर्ट

Haryana Weather Update : मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार हरियाणा के 6 जिलों—भिवानी, झज्जर, रोहतक, हिसार, सोनीपत और जींद—में आज भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है।
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Haryana Weather Update
Haryana Weather Update

हरियाणा में मानसून (Monsoon in Haryana) एक बार फिर से सक्रिय हो गया है जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो रही है। कुछ जिलों में सुबह से ही बारिश के कारण मौसम खुशगवार हो गया है। हिसार, पानीपत, सोनीपत और महेंद्रगढ़ जैसे प्रमुख जिलों में अच्छी बरसात हो रही है जिससे किसानों और स्थानीय लोगों को राहत मिली है। हालांकि राज्य के कई इलाकों में बादलवाही का भी अनुभव किया जा रहा है जिससे बारिश की संभावनाएं और बढ़ गई हैं।

बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के 6 जिलों में जोरदार बारिश हुई है जिसमें सबसे ज्यादा बारिश हिसार में दर्ज की गई है। यहां 49 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। आज 20 अगस्त को मौसम विभाग ने फिर से बारिश का अलर्ट जारी किया है जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

आज इन जिलों में होगी भारी बारिश

मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार हरियाणा के 6 जिलों—भिवानी, झज्जर, रोहतक, हिसार, सोनीपत और जींद—में आज भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा बना हुआ है जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इन जिलों में भारी बारिश के चलते जनजीवन पर असर पड़ सकता है विशेषकर ग्रामीण इलाकों में जहां पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होती है। खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंच सकता है हालांकि पानी की आवश्यकता भी पूरी होगी। इन क्षेत्रों के निवासी सतर्क रहें और मौसम विभाग द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करें।

इन जिलों में हुई कम बारिश

प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है। कैथल, करनाल और पंचकूला जैसे जिलों में आधी भी बारिश नहीं हो पाई है। वहीं हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक में सामान्य से 30% से भी कम बारिश दर्ज की गई है। इस स्थिति के कारण इन जिलों में पानी की कमी और फसल उत्पादन में कमी का सामना करना पड़ सकता है।

हालांकि नूंह और महेंद्रगढ़ जैसे जिलों में इस बार अच्छी खासी बारिश दर्ज की गई है। नूंह में 63% और महेंद्रगढ़ में 51% तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। इससे इन जिलों में पानी की कमी की समस्या का समाधान हुआ है और फसल उत्पादन में भी वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।

पिछले पांच सालों में सबसे कम बारिश

हरियाणा में पिछले 3-4 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है जबकि न्यूनतम तापमान 24 से 29 डिग्री के बीच दर्ज किया गया है। इन तापमानों में कमी से राज्य के विभिन्न हिस्सों में मौसम खुशगवार हो गया है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार जुलाई के महीने में पिछले पांच सालों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। यह स्थिति राज्य के लिए चिंताजनक है क्योंकि बारिश की कमी से कृषि और जल संसाधनों पर असर पड़ सकता है। हालांकि अगस्त में बारिश की सक्रियता बढ़ने से इस स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।

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