रोहतक पीजीआई की महिला बीडीएस छात्रा ने लगाया मारपीट का आरोप, आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार
Rohtak PGI : डीएसपी ने बताया कि प्रथम वर्ष की बीडीएस छात्रा ने रविवार रात शिकायत दर्ज कराई कि एमडी (एनाटॉमी) के छात्र डॉक्टर ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ मारपीट की।
चंडीगढ़, 19 अगस्त : कोलकाता में एक जूनियर डॉक्टर (Junior Doctor) के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच हरियाणा के रोहतक में पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PGIMS) की एक डेंटल छात्रा ने आरोप लगाया है कि एक रेजिडेंट डॉक्टर ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ मारपीट की।
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस उपाधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम वर्ष की बीडीएस छात्रा ने रविवार रात शिकायत दर्ज कराई कि एमडी (एनाटॉमी) के छात्र डॉक्टर ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ मारपीट की।
त्वरित कार्रवाई करते हुए पीजीआईएमएस ने आरोपी डॉक्टर को निष्कासित कर दिया तथा कॉलेज परिसर में उसके प्रवेश पर रोक लगा दी।
शिकायत के अनुसार, आरोपी ने उसे पीजीआईएमएस से अगवा कर लिया और अंबाला तथा चंडीगढ़ ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस ने कहा कि अब तक की जांच में यौन उत्पीड़न या बलात्कार का कोई सबूत सामने नहीं आया है।
एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में पीड़िता को रोते हुए और कथित शारीरिक हमले के कारण अपने शरीर पर आए घावों को दिखाते हुए देखा गया।
वीडियो में उसने दावा किया कि रेजिडेंट डॉक्टर पिछले सात महीनों से उसे परेशान कर रहा था। उसने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने कॉलेज प्रशासन से इस मुद्दे को उठाया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि आरोपी मनिंदर कौशिक जो पीजीआईएमएस में एमडी एनाटॉमी रेजिडेंट है को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया है और परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रोहतक पुलिस द्वारा सोमवार को एक्स पर की गई पोस्ट के अनुसार, "मेडिकल छात्रा से मारपीट के मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्रा के बयान और जांच में अभी तक यौन उत्पीड़न का मामला सामने नहीं आया है। आरोपी डॉक्टर और पीड़ित छात्रा एक-दूसरे को महीनों से जानते हैं। हर पहलू को ध्यान में रखते हुए उच्च स्तरीय जांच की जा रही है।"
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि शारीरिक हमले की घटना शनिवार रात पीजीआईएमएस अधिकारियों द्वारा पुलिस के संज्ञान में लाई गई थी।
इसमें कहा गया, ‘‘सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पीजीआईएमएस पहुंचे और पीड़िता तथा उसके परिवार से संपर्क किया।’’