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फार्मा कंपनी फाइजर इंडिया ने पेश की नई पॉलिसी, अब पिता बनने पर मिलेगी 12 हफ्ते की पैटरनिटी लीव

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फाइजर इंडिया कंपनी ने इस पॉलिसी को 1 जनवरी 2023 से लागू कर दिया है। यह कदम फार्मा सेक्टर (Pharma Sector) के अन्य संगठनों के लिए एक मिसाल कायम कर सकता है। इस पॉलिसी के तहत पुरुष कर्मचारी पिता बनने के दो साल के भीतर पैटरनिटी लीव का लाभ उठा सकते हैं।

आज के दौर में जब महिलाओं के लिए मैटरनिटी लीव (Maternity Leave) का चलन सामान्य हो चुका है फाइजर इंडिया (Pfizer India) ने पिता बनने पर भी पैटरनिटी लीव (Paternity Leave) की सुविधा देने की घोषणा की है। यह एक क्रांतिकारी कदम है जो पुरुष कर्मचारियों की बढ़ती जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। कंपनी ने घोषणा की है कि पिता बनने वाले कर्मचारियों को पूरे 12 हफ्ते की सवेतन छुट्टी दी जाएगी जिसे एक बार में या टुकड़ों में लिया जा सकता है।

कर्मचारियों में खुशी की लहर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फाइजर इंडिया कंपनी ने इस पॉलिसी को 1 जनवरी 2023 से लागू कर दिया है। यह कदम फार्मा सेक्टर (Pharma Sector) के अन्य संगठनों के लिए एक मिसाल कायम कर सकता है। इस पॉलिसी के तहत पुरुष कर्मचारी पिता बनने के दो साल के भीतर पैटरनिटी लीव का लाभ उठा सकते हैं। कंपनी ने इसके लिए एक आसान प्रक्रिया तैयार की है—बस एक मेल (Email) भेजने से एचओडी (Head of Department) के माध्यम से छुट्टी को मंजूरी मिल जाएगी।

पॉलिसी के नियम और शर्तें
फाइजर इंडिया द्वारा लागू की गई इस पॉलिसी के तहत कर्मचारियों को कम से कम 2 हफ्ते की छुट्टी लेनी होगी जिसे अधिकतम 6 हफ्तों तक बढ़ाया जा सकता है। यदि कोई कर्मचारी इस अवधि को और बढ़ाना चाहता है तो कंपनी इसकी भी अनुमति देगी, लेकिन इसके लिए कर्मचारी को पहले से सूचना देनी होगी।

इसके अलावा, यह पॉलिसी न केवल जैविक माता-पिता (Biological Parents) के लिए लागू होगी बल्कि उन कर्मचारियों पर भी लागू होगी जो बच्चे को गोद लेते हैं। इससे यह साफ है कि कंपनी अपने सभी कर्मचारियों को समान अवसर और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पुरुष कर्मचारियों के लिए ऐतिहासिक पहल
यह पहला मौका है जब किसी बड़ी फार्मा कंपनी ने पुरुष कर्मचारियों के लिए ऐसी पॉलिसी बनाई है। आमतौर पर कंपनियां पिता बनने पर इतनी लंबी छुट्टी देने से बचती हैं। लेकिन फाइजर इंडिया के इस फैसले से यह स्पष्ट है कि कंपनी अपने कर्मचारियों की व्यक्तिगत और पेशेवर जिम्मेदारियों के बीच संतुलन स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।

पैटरनिटी लीव का महत्व
पिता बनने के बाद पुरुषों की जिम्मेदारियां भी महिलाओं की तरह बढ़ जाती हैं। यह केवल शारीरिक देखभाल तक सीमित नहीं है बल्कि मानसिक और भावनात्मक समर्थन का भी बड़ा हिस्सा है। ऐसे में यह पॉलिसी पुरुष कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने और नवजात की देखभाल में भागीदारी सुनिश्चित करने का मौका देती है।

उद्योग जगत के लिए एक नया मानक
फाइजर इंडिया का यह कदम अन्य कंपनियों के लिए भी प्रेरणा साबित हो सकता है। इसे लागू करने से कार्यक्षेत्र में समानता और समावेशन (Inclusion) को बढ़ावा मिलेगा। यह निर्णय ना केवल कंपनी के कर्मचारियों के लिए लाभदायक है बल्कि इससे उनके मनोबल और उत्पादकता (Productivity) में भी सुधार होगा।

क्यों जरूरी है पैटरनिटी लीव?
पैटरनिटी लीव केवल छुट्टी का ही विषय नहीं है बल्कि यह एक बड़ा सामाजिक बदलाव है। यह पॉलिसी इस बात को रेखांकित करती है कि परिवार और काम के बीच संतुलन बनाए रखना हर कर्मचारी का अधिकार है। इसके साथ ही, यह संदेश देता है कि पेरेंटिंग (Parenting) केवल महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है।

Satbir Singh

My name is Satbir Singh and I am from Sirsa district of Haryana. I have been working as a writer on digital media for the last 6 years. I have 6 years of experience in writing local news and trending news. Due to my experience and knowledge, I can write on all topics.

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