IPL 2024 के बीच 2 दिन भारी बारिश का अलर्ट, इन राज्यों में पूरे हफ्ते आंधी-बारिश के आसार, जानें मौसम का मूड
![Weather Update Today](https://trendsofdiscover.com/static/c1e/client/106879/uploaded/fb348f447f7dcbe229b50bb6ce11c600.jpg?width=789&height=592&resizemode=4)
Aaj Ka Mousam: मौसम विभाग (IMD) की नई रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की आशंका है। IMD के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण देशभर में मौसम में उथल-पुथल जारी रहेगी। पहला प्रभाव 2 अप्रैल की रात से आने की संभावना है, जबकि दूसरा प्रभाव अप्रैल को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर पड़ सकता है इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ सहित उत्तर पश्चिम भारत में सात दिनों तक आंधी और बारिश हो सकती है।
मौसम पूर्वानुमान
IMD के मुताबिक बुधवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में बिजली गिरने की आशंका है. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी मौसम करवट ले सकता है. जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी के बाद मौसम में सुधार हुआ है, लेकिन अप्रैल के बाद 7 अप्रैल तक फिर से बारिश और बर्फबारी की आशंका है। उत्तर-पूर्व भारत में तूफान और चक्रवाती दबाव के कारण असम में भारी बारिश दर्ज की गई है.
भारी बारिश का असर
असम में भारी बारिश और तूफान के बीच एक नाव पलटने से एक बच्चे की मौत हो गई और दो अन्य लापता हैं। IMD के अनुसार, अगले पांच दिनों तक असम सहित कई पूर्वोत्तर राज्यों में ''भारी से अत्यधिक भारी'' बारिश का अनुमान है। राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की आशंका है और 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है।
तापमान बढ़ने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, विदर्भ, आंध्र प्रदेश और आसपास के इलाकों में तापमान 40 से 42 डिग्री के पार जा सकता है। इस दौरान भीषण गर्मी लोगों की रात की नींद में खलल डाल सकती है। इसके अलावा 3 से 5 अप्रैल के बीच रायलसीमा, पूर्वी मध्य प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल, विदर्भ और झारखंड में लू जैसी स्थिति का अनुभव हो सकता है।
तूफ़ान, बारिश और तूफ़ान का ख़तरा
मौसम के इस बदलाव से जुड़ी तमाम जानकारियों को ध्यान में रखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. बारिश से नदी का स्तर बढ़ सकता है, जिससे जलप्लावन और बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है। इसके साथ, हार्टवेयर, पेड़ों और बिजली के खंभों को गिराया जा सकता है, जिससे जीवन सुरक्षा जरूरी हो जाती है।
साथ ही, कुछ क्षेत्रों में लू की स्थिति भी बन सकती है, जिससे लोगों को धूप से बचाव के उपायों का पालन करना पड़ेगा। मौसम की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए स्थानीय अधिकारियों और आपदा प्रबंधन अधिकारियों के दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है।